अहम सवालः जिले के एडीशनल सीएमओ की पत्नी शबाना खान ने गोली मार कर क्यों की खुदकशी?
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जिले में तैनात डिप्टी सीएमओ डॉ. एस खान की पत्नी शबाना खान ने बृहस्पतिवार को संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद स्थित आवास में लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली। जिससे उनकी मौत हो गई। इस सिलसिले में तरह तरह की चर्चाएं हैं। सबसे अहम सवाल यह है कि आखिर हंसी खुशी रह रहीं बेगम शबाना के सामने ऐसी कौन सी आफत खड़ी हो गईकि उन्हें अपने पति डा. खान की रिवाल्वर से खुद को गोली मारनी पड़ गई।फिलहाल खलीलाबाद पलिस इस मामले में गंभीरत से जांच में जुटी हुई है।
बेगम शाबाना के साथ क्या हुआ
डा अब्दुस्सलाम के करीबी बताते हैं कि वह अपनी पत्नी शबाना के साथ बुधवार की रात लखनऊ से खलीलाबाद पहुंचे थे। गुरूवार को सुबह वह बाथरूम गये थे तथी उनकी पत्नी ने बेड पर रखे पति के रिवालवर से अपने सीने में गोली मार ली। बाथरूम से बाहर निकले तो देखा उनकी 40 वर्षीया पत्नी शबाना खान मृत पड़ी हुई थीं। अब सवाल उठता है कि डा. खान और उनकी पत्नी लखनऊ से सैर सपाटा कर रात में ही लौटे थे। इस दौरान दोनों खुश थे।फिर ऐसा क्या हुआ कि सुबह पत्नी को जान देने की नौबत आ गई।
क्या है कयासबाजी
ऐसा लगता है कि शबाना खान को कोई दुख अंदर ही अंदर साल रहा था,जिसे वह दबाये हुए थी। और गुरूवार को सामने रिवाल्वर देख कर उन्होंने भवावेश में खुद को गोली मार ली हो। लेकिन अपराध मनोविज्ञान को जानने वाले बताते हें कि यदि आत्महत्या की घटना स्वाभाविक न हो तो उसे हत्या के नजरिये से भी छानबीन करने की जरूरत है। यदि शबाना की हत्या की गई होगी तो उसकी छानबीन के दौरान पहला शक डा. खान पर जाना चाहिए।. क्योंकि लाश को देखने वाले सबसे पहले आदमी वहीं थे। पलिस अक्सर अपन जांच की शुरुआत ऐसे ही करती है। अगर कोई तीसरा आदमी होगा तो रिवाल्वर पर उसकी अंगलियों के निशान जरूर होंगे।फिलहाल रिवाल्वर पुलिस के कब्जे में है और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट उसकी जांच में लगे हैं।
भले आदमी में शुमार है डा. खान
इस हादसे के कारण डा, अब्दुल हसन खान का फोन बंद है। इसलिए उनसे बात तो नहीं हो सकी, लेकिन उन्हें जानने वाले उनके कलीग बताते हैंकि वह बहुत भलें आदमी हैं। उनकी पत्नी कुछ मानसिक रूप से अस्वस्थ भी रहती थीं, मगर इतना नहीं कि पागलपन में खुद को गोली मार लें। मगर उन्होंने खुदकशी क्यों की यह किसी की समझ में नहीं आ रहा है। हो सकता है कि कोई अवैध सबंध का मामला हो क्योंकि जानकार बताते हैं कि डाक्टरी पेशे में ऐसा अक्सर होता है। संभव है शबाना खान यह जानकर सहन न कर पाई हों या बीमारी के कारण उन्हेंने यह कदम उठाया हो। बहरहाल इस घटना से जिले के स्वास्थ्य महकमा में बहुत शोक है। सारे लोग इस केस की सघन जांज की मांग कर रहे हैं।
कौन हैं डा. खान
डॉ. एस खान सर्जन हैं और वह जिले में लगभग 10 वर्ष से तैनात हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खेसरहा में वह लंबे समय तक कार्यरत रहे। मौजूदा समय में एडिशनल सीएमओ पद पर प्रमोशन होने के बाद उन्हें जिले में नसबंदी करने की जिम्मेदारी मिली थी। वह जिले में नसबंदी शिविर का आयोजन होता था, वहां पर जाते थे। बृहस्पतिवार को उनकी पत्नी ने संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद स्थित आवास पर लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार लिया। इस घटना में उनकी जान चली गई। घटना की खबर सोशल मीडिया के माध्यम से सीएमओ कार्यालय और अन्य अस्पतालों के स्वास्थ्य कर्मियों को हुई तो वह सकते में आ गए। स्वास्थ्य कर्मियों का कहना था कि डॉक्टर दंपति बहुत ही सरल स्वभाव के हैं। यह घटना बहुत ही दुखद है। पता नहीं कौन स्थिति बनी कि पत्नी ने यह कदम उठा लिया। इस घटना से स्वास्थ्य महकमें में शोक की लहर है।