गरीबों का दर्द देखा न गया तो बैंक को सौंप दिये सौ-सौ के 70 हजार के नोट
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। बैंक में लाइन लगाने वाले गरीब और असहाय खातेदारों को पानी, फल इत्यादि देने का काम जिले में एक सप्ताह से शुरू हुआ, मगर हेडक्वार्टर के एक व्यवसायी ने गरीबों की पीड़ा को महसूस कर घर में रखा सौ रु. के 70 हजार के नोटों को एक बैंक को सौंप दिया जिसकी बड़ी सराहना हो रही है। व्यवसायी का नाम अफजाल अनवर ख़ान है।
बताया जाता है कि अफजाल अनवर आज सुबह 11 बजे सौ-सौ के नोटों के सात बंडल अर्थात 70 हजार रुपया लेकर सेंट्रल बैंक पहुंचे और उसे खाते में जमा कर दिया। सौ रुपये की शक्ल में इतनी बड़ी रकम पा कर बैंक मैनेजर दंग रह गये। आज जबकि लोग सौ रुपये के लिए भटक रहे हैं, ऐसे में अफजाल अनवर द्वारा 70 हजार नोट बैंक को सौंपना बड़ी बात है।
इस बारे में अफजाल अनवर ने बताया कि दवा का थोक व्यवसायी होने के कारण उनके पास अक्सर छोटे नोट कम आते हैं। नोट बंदी घटना के बाद जब उन्होंने अपने घर के आस पास के आधा दर्जन बैंकों पर बुजुर्ग, महिला व गरीबों को लाइन लगाये देखा तो मन बहुत दुखी हुआ।
ऐसे में कल मैंने अपना कैश चेस्ट चेक करने के अलावा घर के सभी सदस्यों से उनके पास रखे कैश का ब्यौरा लिया। घर में कुल मिलाकर 78 हजार के सौ के नोट मिले, जिसमें से 8 हजार घर के लिए निकाल कर शेष बैंक में जमा कर दिया। उन्होंने बताया कि इसी छोटी से रकम से अगर कुछ गरीबों का भला हो जायेगा, तो उन्हें बहुत खुशी होगी।
यह पूछने पर कि छूटटे न मिलने पर आप क्या करेंगे? उन्होंने कहा कि अभी कमजोर लोगों को मदद की जरूरत है। हम जैसे लोग तो कही न कहीं से जिन्दगी की गाडी कुछ दिन तक खींच ही लेंगे। अफजाल भाई के इस कदम से पूरे शहर में उनकी सराहना हो रही है। शहर के अब्दुल नईम ख़ां, सरफराज मलिक, सलमान आमिर आदि ने कहा है कि अफजाल भाई के इस कदम से और लोगों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए।