बिजली विभाग की लापरवाही ने फिर ली एक लाइन मैन की जान, पांच सालों में 12 मरे
नजीर मलिक
बिजली विभाग की तुगलकशाही के चलते रविवार सुबह डुमरियागंज में फिर एक संविदाकर्मी की मौत हो गई। यह पिछले पांच सालों में 12वें बिजली कर्मी की मौत है। बिजली विभाग के अफसर इन मौतों पर सोचने के बजाए अपनी नौकरी बचा रहे हैं।
रविवार सुबह संविदा कर्मचारी 32 वर्षीय पवन डुमरियागंज से सटे सिरिसिया मे सुबह नौ बजे लाइन ठीक करने गया था। नियमानुसार जब कोई कर्मी लाइन ठीक करेने जाता है तो उस लाइन पर सेट डाउन रहता है। लेकिन पवन जब लाइन ठीक कर रहा था तभी उसकी जान चली गई।
बताया जाता है कि लाइन ठीक करने के दौरान ही पावर हाउस के कर्मी ने सेट डाउन तोड़ कर सप्लाई दे दी। नतीजा यह हुआ कि पोल पर चढ़ा पवन बिजली के झटके से नीचे गिर गया और उसकी मौत हो गई।
पवन एक गरीब आदमी था। उसके पास तीन लड़किया व एक लड़का है।इस दर्दनाक मौत केबा उसके पविारके भरण पोषण का कोई इंतजाम नहीं है। उसका परिवार रो रो के बेहाल है। जिंदगी कैसे कटेगी यही सोच कर पवन की पत्नी रो रो कर बेहोश हो जा रही है।
दूसरी तरफ एक्सइएन बिजली का कहना है कि मूतक को मुआवजा दिलाया जायेगा। लेकिन यहां एक सवाल है। पिछले पांच साल में जिले में कम से कम दस संविदा कर्मी बिजली के झटके से मर चुके हैं। विभाग ने अब तक किसी को मुआवजा नहीं दिलाया। फिर एक्सईएन के इस बयान को सच कैसे माना जाये, यह बड़ा प्रश्न है।