समाज के सभी वर्गो को वोट का सौंदर्यशास्त्र सिखा गये अखिलेश यादव
अपने सम्बोधन में हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए अखिलेश यादव ने दिया भाषण, नौकरियों व एक लाख खाते में देने पर दिया काफी जोर
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। सपा की सभा में सुप्रीमों अखिलेश यादव समाज के सभी वर्गो को अपने प्रत्याशी से जोड़ने का काम सफलता पूर्वक कर पाने में सफल रहे। सोमवार को हुई सभा में पार्टी मुखिया अखिलेश यादव की सभा में जुटी भीड़ हेलीपैड से लेकर सभा स्थल तक दौड़ती रही। लोगों में उत्साह का आलम यह था कि वह कुर्सियों, पानी टैंकर के साथ खंभे तक पर चढ़कर अखिलेश यादव की झलक पाने के लिए बेताब नजर आए। यहां तक कि लोगों की बेकाबू भीड़ से बैरिकेटिंग भी टूट गए, लेकिन कहीं कोई अशांति नहीं फैली और न कोई हादसा हुआ।
अपने सम्बोधन में अखिलेश यादव ने ग्रेजुएट छात्रों तथा परिवार की मुखिया महिलाओं को एक लाख का स्टाइपेंड देने की बात कर जहां बेरोजगारों को अपने पक्ष मे खींचने का प्रयास किया वहीं भाजपा पर संविधान और आरक्षण को समाप्त करने की साजिश का आरोप लगा कर पिछडे वर्ग को बहुत कुछ सोचने को बाध्य किया। सपा सुप्रीमों ने कोविड टीके को जानलेवा बता कर कहा कि उस टीके को सरकार ने लगवा कर टीका कंपनी से करोड़ों वसूले। यही कारण है कि आज युवाओं की अचानक मौते हों रहीं हैं। कुल मिला कर उन्होंने भाजपा सरकार को जान और संविधान दोनों के लिए खतरा बताया।
उनकी बातों पर बजती तालियां, मुठ्ठी भींच कर युवाओं द्वारा लगाए जा रहे नारे इस बात के गवाह रहे कि लोग अखिलेश यादव की बातों को अच्छी तरह समझ रहे हैं। इस प्रकार उन्होंने अपने सम्बोधन से समाज के हर वर्ग को जोड़ने का प्रयास करते हुए कुशल तिवारी को वोट देने की अपील भी किया। याद रहे कि इस चुनाव में जातीय समीकरण भी सपा के पक्ष में मजबूत बन गया है। इसलिए अखिलेश यादव का भाषण भी उत्साह से लबरेज रहा।
इससे पूर्व जब अखिलेश यादव का चापर यहां उतरा तो बीएसए मैदान में जनसभा के लिए लगाया गया टेंट लगातार बढ़ रही भीड़ के सामने छोटा पड़ता नजर आया। यहां तक कि जितनी भीड़ पंडाल में रही, उससे कहीं अधिक भीड़ हेलीपैड के पास खड़ी नजर आई। सपा नेता की सभा शुरू होते ही आसपास खड़े लोग भी मंच की तरफ आ गए। सभा शुरू होने पर पंडाल का दायरा छोटा होने से लोग बाहर धूप में भी खड़े होकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का संबोधन सुनते दिखे। इस बीच कुछ लोग अपने बच्चों को कंधे पर बैठाकर अखिलेश यादव को दिखाते नजर आए। जबकि एक उत्साही कार्यकर्ता टेंट के पोल पर चढ़कर भाषण सुनते नजर आया। इस बीच वहां पीने के पानी की व्यवस्था के लिए मंगाए गए पानी टैंकर पर भी चढ़कर भाषण सुनते लोग दिखे। अखिलेश यादव भी हर्ष तिरेक में बार बार टैंकर पर चढ़ी भीड़ का जिक्र करते रहे।