अमरगढ़ महोत्सव 2022 के समापन बाद मीडिया जगत को पूर्व विधायक ने किया सम्मानित
आयोजन समिति के अध्यक्ष व संरक्षक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने मीडिया प्रतिनिधियों को प्रशस्ति पत्र, मोमोंटों, स्मारिका, डायरी व पेन देकर सम्मानित किया।
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। रविवार दोपहर को रेस्ट हाउस में विगत 26, 27 व 28 नवंबर को आयोजित अमरगढ़ महोत्सव के आयोजक समिति के अध्यक्ष, संरक्षक व पूर्व विधायक डुमरियागंज राघवेन्द्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में शहीद सम्मान यात्रा, अमरगढ़ महोत्सव 2022 कार्यक्रम में बेहतर कवरेज हेतु मीडिया जगत के लोगों का स्वागत सम्मान समारोह का आयोजन कर मीडिया के लोगों को सम्मानित किया गया।
संरक्षक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने सभी मीडिया कर्मियों के सहयोग व कार्यों की भूरि भूरि प्रसंशा करते हुए प्रशस्ति पत्र, मोमेंटो, स्मारिका, डायरी, पेन देकर सम्मानित किया। आयोजन समिति के अध्यक्ष व संरक्षक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि डुमरियागंज के नागरिकों के योगदान से अमरगढ़ महोत्सव काफी सफल रहा है।
उन्होंने कहा कि 26 नवम्बर 1858 के अमरगढ़ के आजादी के लड़ाई को जन-जन तक पहुंचाने के लिए बहुत सारे लोग दिन रात काम कर रहें थे, जिसका फल अमरगढ़ में स्थानीय वीर शहीदों के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में आपार भीड़ उपस्थित रहीं। इस बार स्थानीय वीर अमर शहीदों के शौर्यता का प्रतीक अमरगढ़ की वीर भूमि पर अमरगढ़ महोत्सव में जनसामान्य का भावनात्मक जुड़ाव देखने को मिला। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जो देशभक्ति का जज्बा अमरगढ़ के इतिहास में देखा गया, वह अभूतपूर्व था, उसी जोश को हमें अपनी आज की पीढ़ी में आत्मसात करने और राष्ट्र निर्माण के लिए आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।
सदर विधायक श्यामधनी राही ने कहा कि अमरगढ़ महोत्सव के दौरान देशभक्ति व जोश का माहौल तैयार हुआ हैं, वह राष्ट्र निर्माण के साथ हमारे युवाओं के भावनात्मक जुड़ाव को स्थापित करने का एक सुनहरा अवसर है। कार्यक्रम के अंत में सामूहिक भोज का आयोजन हुआ जिसमें सभी ने प्रसाद ग्रहण किया। इस दौरान सत्य प्रकाश राही, अजय उपाध्याय, फतेबहादुर सिंह, विपिन सिंह, सत्य प्रकाश राही, लवकुश ओझा, लालजी शुक्ला, नामित सभासद राजीव अग्रहरी आदि उपस्थित रहें।
राहुल चीन और पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं- राघवेन्द्र प्रताप सिंह
सिद्धार्थनगर। अरुणाचल के तवांग में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प को लेकर राहुल गांधी द्वारा किए गए विवादित टिप्पणी पर पूर्व विधायक राघवेंद्र सिंह ने कहा कि यह उनकी राष्ट्र विरोधी मानसिकता का प्रतीक है। वह चीन और पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं। उनकी यह टिप्पणी उनकी राष्ट्र भक्ति पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करती हैं। भारत के बहादुर जवानों के शौर्य और पराक्रम पर प्रश्न चिन्ह उठाना बहुत ही निन्दनीय हैं इसके लिए उन्हें सभी भारतीयों से माफी मांगनी चाहिए।