शोहरतगढ़ः अमर सिंह अपना दल छोड़ सपा में शामिल, तो सपा नेता उग्रसेन सिंह ने लखनऊ में डाला डेरा
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। भाजपा गठबंधन के अपना दल विधायक अमर सिंह चौधरी को कल लखनऊ में सपा में शामिल किए जाने की घोषणा कर दी गई। इस घोषणा के बाद सपा के टिकट के दावेदार उग्रसेन सिंह ने राजधानी लखनऊ में अपना लंगर डाल दिया है। इस नई राजनीतक परिस्थिति का सामना करने के लिए वे सपा नेतृत्व को अपने पक्ष में बने रहने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। अपने संकट के साथियों का साथ कभी न छोड़ने के लिए विख्यात मुलायम सिहं सादव के पुत्र अखिलेश यादव इन हालात में क्या फैसला करते हैं यह देखना काफी दिलचस्प होगा।
अमर सिंह सपा में शामिल, मगर सवाल छवि का
शोहरतगढ़ से अपना दल के विधायक चौधरी अमर सिंह कल पूरे तामझाम के साथ लखनऊ स्थित सपा कार्यालय पहुंचे और अखिलेश यादव की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी में शामिल हो गये। इस घटना से चिंतित शोहतगढ़ के सपा नेता उग्रसेन सिंह लखनऊ में डेरा डाल कर बैठ गये। उन्हें इस बात का खतरा है कि कहीं अखिलेश यादव नवागत विधायक को टिकट न दे दें, जो कि सही भी लग रहा है। कहते हैं कि उग्रसेन सिंह सपा के बड़े नेताओं से मिल कर उन्हें समझाने में लगे हुए है कि पार्टी में नवागत अमर सिंह कि छवि धूल धसरित है। उन्हें टिकट मिला तो पार्टी की हार यकीनी हो जाएगी।
क्या संकट के साथी को भूल जाएगी सपा
दरअसल अमर सिंह इससे पहले भी सपा में जाने की कोशिशें कर चुके थे मगर तब अखिलेश ने उन्हें हरी झंडी नहीं दी थी, तब चौधरी अमर सिंह ओमप्रकाश राजभर से सम्बंध बनाने में लगे थे, मगर बीते सप्ताह न जाने क्या हुआ कि उनके सपा में जाने का रास्ता यकायक साफ हो गया। अब सवाल है कि अखिलेश अमर सिंह को क्या टिकट देने की शर्त पर पार्टी में लाए हैं? क्या वह सपा के संकट के साथी स्व. दिनेश सिंह के बेटे उग्रसेन सिंह का टिकट इस बार काट देंगे? इसी सवाल के मद्देनजर उग्रसेन सिंह लखनऊ में रुककर अपना पक्ष मजबूत करने में लगे हैं।
बताया जाता है कि अखिलेश यादव को इस बात का पूरा अंदाजा है कि शोहरतगढ़ में सपा पूर्व की अपेक्षा काफी मजबूत हैं इसलिए उन्होंने पार्टी के एक नेता से कहा भी है कि हालत में अमर सिंह को टिकट देने का मन भी बना तो जिले के वरिष्ठ नेताओं से बात कर ही फैसला लेंगे। अखिलेश यादव की इस बात से साफ है कि वह फिलहाल चौधरी अमर सिंह को टिकट देने की शर्त पर पार्टी में नहीं लाए हैं, मतलब साफ है कि सपा के उग्रसेन सिंह के लिए टिकट के दरवाजे अभी बंद नहीं हुए हैं।
टिकट की शर्त पर नहीं हुए शामिल
सूत्र बताते हैं कि अमर सिहं चौधरी के समर्थक अखिलेश यादव को यह समझाने में लगे हैं कि गत चुनाव में उग्रसेन तीसरे नम्बर पर रहे थे, जवाब में उग्रसेन के समर्थक कहते हैं कि गत चुनाव में तो भाजपा गठबंधनं की अंधी थी। तब तो सपा के दर्जनों दिग्गज नेता भी तीसरे नम्बर पर रहे थे। उनके समर्थक कहते हें कि उग्रसेन सिंह के पिता स्व. दिनेश सिंह मुलायम सिंह के संकट के दिन में काम आये थे, अखिलेश यादव यह बात भूलेंगे नहीं।
उग्रसेन की संभावनाएं कायम
कुल मिला कर स्थिति अभी साफ नहीं है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और सपा के रणनीतिकारों में शामिल सपा के दिग्गज नेता माता प्रयाद पांडेय चौधरी अमर सिंह को उनके राजनीतिक तौर तरीकों के कारण पसंद नहीं करते। सिद्धार्थनगर जिले का टिकट फाइनल करते समय यकीनन उनकी राय महत्वपूर्ण होगी और यह बात निश्चित रूप से सपा के उग्रसेन सिंह के पक्ष में जाएगी। कपिलवस्तु पोस्ट से लखनऊ में बैठे कुछ नेताओं से बात हुई, जिनके मुताबिक अमर सिंह के सपा में शामिल होने से भी उगसेन सिंह के टिकट की संभावनाएं खत्म नहीं हुई हैं।