अमर उजाला के बार्डर रिपोर्टर ध्रुव फिर गिरफ्तार, सच्चाई बताने को कोई तैयार नहीं

November 20, 2016 6:21 PM0 commentsViews: 1225
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नजीर मलिक

फाइल फोटो

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सिद्धार्थनगर। लोकप्रिय दैनिक समाचार पत्र अमर उजाला के रिपोर्टर ध्रुव यादव एक बार फिर नेपाल सीमा पर लगायी गई पैरा मिलेट्री एसएसबी द्वारा हिरासत में ले लिये गये हैं। वह 2011 में भी चरस रखने के आरोप में पकड़े गये थे और एसएसबी ने उन्हे जेल भेजा था इस बार भी उनको हिरासत में लिये जाने से कपिलवस्तु क्षेत्र में काफी आक्रोश है, लेकिन प्रशासन का कोई भी अधिकारी इस मामले में कुछ भी कहने से कतरा रहा है।

मिली जानकारी के मुताबिक एसएसबी के जवानों ने आज सायं 5 बजे नेपाल सीमा से सटे अलीगढ़वा बाजार में घूम रहें अमर उजाला के पत्रकार ध्रुव यादव को अचानक उठा लिया और उन्हें लेकर अपने कैंप में चले गये। पता चला है कि वहां उनसे पूछताछ जारी है और जेल भेजने की तैयारी की जा रही है।

बताया जाता है कि इस घटना का कस्बावासियों ने विरोध किया, लेकिन एसएसबी के लोगों ने उन पर कोई ध्यान नहीं दिया, वरन सबको अतंकित कर हटा दिया। भाजपा नेता अमर सिंह चौधरी के अनुसार एसएसबी ने लोगों के साथ लाठी चला कर उन्हें भगा दिया। समाचार लिखने तक अलीगढवा बाजार में दहशत का माहौल है और हर जगह सन्नाटा छाया हुआ है।

पत्रकार धु्रव कुमार यादव के हिरासत में लेने की बात प्रशासन सीधे स्वीकार नहीं कर रहा है। कपिलवस्तु पोस्ट ने जब एसएसबी के उच्चाधिकारी अनिल तिग्गा से 5.13 बजे उनके मोबाइल नं. पर सम्पर्क किया तो तिग्गा ने बताया कि वह बाहर हैं और उन्होंने घटना की जानकारी के लिए अधीनस्थ को लगा दिया है।

इस बारे में  कपिलवस्तु कोतवाली के इंचार्ज सुरेन्द्र शर्मा ने बताया की वह शोहरतगढ़ हैं, इसलिए मामले के संदर्भ में कुछ नहीं कह सकते। इसके अलावा एसपी सिद्धार्थनगर से जानकारी चाही गयी, तो उनसे बात नही हो सकी। बहरहाल यह तो तय है कि ध्रुव यादव फिलहाल एसएसबी की हिरासत में हैं।

क्यों लिया गया हिरासत में
अमर उजाला के रिपोर्टर ध्रुव यादव को क्यों हिरासत में लिया गया, इसे कोई नही बता रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एसएसबी से लगायत पुलिस प्रशासन घटना का विवरण देने से कतरा रहा है। अफसरों की चुप्पी इस मामले में कई सवाल उठा रही है। ध्रुव की पिछली गिरफ्तारी के समय भी प्रशासन ने कोई आफिशियल जानकारी नहीं दी थी।

पहले भी एसएसबी भेज चुकी है जेल
बता दें कि ध्रुव यादव को एसएसबी ने 2011 में गिरफ्तार कर पहले भी जेल भेजा है। उस वक्त भी एसएसबी के खिलाफ बड़ा आन्दोलन हुआ था, लेकिन ध्रुव यादव को महीनों जेल काट कर जमानत पर रिहा होना पड़ा था। लोगों का कहना है कि ध्रुव यादव सीमा पर एसएसबी के खिलाफ आमतौर से लिखते रहते है और शस्त्र सीमा बल इसे बरदाश्त नही कर पा रही है।

प्रेस कल्ब कल करेगा बैठक
पत्रकार ध्रुव यादव के गिरफ्तारी से मीडिया जगत में हंगामा है। प्रेस कल्ब सिद्धार्थनगर अध्यक्ष एम.पी. गोस्वामी ने कहा है कि कल प्रेस कल्ब की बैठक होगी और आगे की रणनीति पर विचार किया जायेगा। उन्होंने कहा है कि लोकतंत्र में पुलिसिया गुंडागर्दी को सहन नहीं किया जायेगा। समाचार लिखे जाने तक एसपी सिद्धार्थनगर राकेश शंकर ने बताया की वह स्थिति की जानकारी के लिए किसी गजटेड आॅफिसर को मौके पर भेज रहे हैं।

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