Murder mystry- लड़की ने हथेली पर लिखा, मेरी मौत का कोई जिम्मेदार नहीं
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। सोमवार देर शाम छत के पंखे पर लटकी किशोरी की लाश को जमीन पर उतारा गया तो उसकी हथेली पर यह इबारत लिखी थी कि उसकी मौत का कोई जिम्मेदार नहीं है। अब पुलिस महकमा समेत आसपास में चर्चा ख़ड़ी हो गई है कि हथेली पर लिखी इबारत उसकी थी या किसी और की। क्योंकि 16 साल की मृत किशोरी अंकिता के सामने प्रत्यक्ष रूप से कोई ऐसा कारण नहीं था कि उसे आत्महत्या करनी पड़ जाए।
खेसरहा थाने के केशवार निवासिनी अंकिता एक खाते पीते परिवार की लड़की थी। उसके पिता ओम प्रकाश और दो भाई मुम्बई में रह कर कमाते थे। अंकिता घर पर मां और दादी के साथ अकेली रहती थी। उसे न कोई बीमारी थी और न कोई शारीरिक अथवा मानसिक समस्या। फिर क्या कारण है कि सामोवार को उसने पंखे से लटक कर जान दे दी और उसने अपनी मौत की जिम्मेदारी भी किसी पर नहीं डाली, न ही मौत का कारण लिखा। यह सवाल पुलिस और ग्रामीणों को मथ रहा है।
अब लोग चर्चा कर रहे हैं कि क्या अंकिता की मौत के पीछे कोई साजिश तो नहीं? दर असल घटना के दिन उसकी मां और दादी खेत पर थीं। दोनों शाम को लौटे तो देखा कि अंकिता का शव पंखें में दुपट्टे से लटका हुआ है। लोग समझ नहीं पा रहे कि एक सुखी लड़की के सामने ऐसी कोन सी परेशानी आ गई कि उसे इतना बड़ा कदम उठाना पड़ा। इस बारे में कयास बाजियों का दौर जारी है। कुछ इसे सुनयोजित हत्या बता रहे हैं तो कुछ आत्महत्या के पीछे प्रेम प्रसंग का अनुमान लगा रहे हैं।
यद्यपि इस बारे में किसी के पास कोई ठोस प्रमाण नहीं है मगर लोग कयास बाजियां लगा रहे हैं। कुछ लोंगों का मानना है कि या तो उस लड़की ने प्यार में घोखा खाया है अथवा किसी कारण से घरवाले उसकी शादी में बाधक थे। एक कयास यह भी है कि शायद उसका प्रेमी से अलगाव हो गया हो? इस बारे में खेसरहा थाने के प्रभारी निरीक्षक पवन कुमार का कहना है कि पुलिस हर बारीकी पर गौर कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने क बाद कुछ बात आगे बढ़ सकती है। खबर लिखने तक पूरे क्षेत्र में उक्त आत्म हत्या चर्चा का विषय बनी हुई थी।