Exclusive- मुलायम की छोटी बहू अपर्णा गईं चाचा शिवपाल के साथ
नजीर मलिक
राजनीति भी अजब चीज है। इस दुनियां में रिश्तों के मायने नहीं होते। सब कुछ हिसाब किताब से तय होता है। जहां लाभ ही अंतिम सच होता है। शायद इसी सिद्धांत को ध्यान में रख कर मुलायम सिंह यादव की टोटी बहू अपर्णा यादव सगे श्वसुर और जेठ को त्याग कर चचिया श्वसुर शिवपाल यादव का दामन थाम लिया। अपर्णा ने मोर्च की मजबूती के लिए चाहत भी दिखा दी है।उन्होंने कहा कि नेताजी के बाद वह सबसे ज्यादा सम्मान शिवपाल चाचा का ही करती हैं। अपर्णा के इस कथन का निहितार्थ स्पष्ट है।
फैसला लेने का वक्त आ गया है
गत शनिवार को राष्ट्रीय क्रांति समाजवादी पार्टी के लखनऊॅ में सम्मेलन में मुख्य अतिथि शिवपाल के साथ बतौर विशिष्ट अतिथि अपर्णा भी मौजूद थीं। इसी सम्मेलन में लोकबंधु सम्मान से नवाजे जाने के बाद शिवपाल यादव ने स्पष्ट कर दिया कि अब बड़े फैसले लेने का वक्त आ गया है। उन्होंने कहा कि परिवर्तन लाना है। इसके लिए 2022 का इंतजार नहीं किया जा सकता। इस परिवर्तन को हम 2019 में ही ला सकते हैं।
सर्वहारा के हक की लड़ाई जीतेंगे- शिवपाल
सम्मेलन में शिवपाल ने कहा कि ये बड़ी जिम्मेदारी के समान है। आज किसान, नौजवान, मुसलमान, मेहनत करने वालों के लिए लड़ना है। बहुत से दलों और सरकारों से लोगों का विश्वास उठा है। हम परिवर्तन के साथ लोगों का विश्वास जीतेंगे। उन्होंने कहा कि हम समाजवादियों को अपने जुझारूपन पर पूरा भरोसा है। सर्वहारा के हक की लड़ाई अन्तः हम ही जीतेंगे।
चाचा जो भी फैसला लेंगे मजूर- अपर्णा यादव
इस मौके अपर्णा यादव ने कहा कि हम लोग समाजवादी विचारधारा से अलग नहीं हैं। आप सभी मिलकर मोर्चे को आगे बढ़ाएं। आज किसान और जवान मर रहे हैं। अगर ऐसे ही हालात रहे तो बेहतर है कि उनको खड़ा कर गोली मार दें। पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि वह सपा में रहेंगी या सेक्युलर मोर्चे के साथ जाएंगी? इस पर अपर्णा ने कहा कि ये चाचा बताएंगे। चाचा जी जो भी डिसीजन लेंगे उनके साथ हैं।
मुलायम परिवार में खेमे तय हो गये
बता दें कि अपर्णा मुलायम सिंह यादव के छोटे पुत्र प्रतीक यादव की पत्नी हैं। वह 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा के टिकट पर लखनऊ कैंट सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं। मुलायम परिवार की कलह में उन्हें अखिलेश विरोधी खेमे में माना जाता रहा है। अब परिवार में जहां मुलायम सिंह यादव अखिलेश व रामगोपाल दोनों ओर खड़े नजर आते हैं। वहीं मुलायम के चचेरे भाई रामगोपाल पूरी तरह अखिलेश के साथ हैं जबकि अपर्णा शिवपाल यादव के साथ हैं। हालांकि उन्होंने अभी शिवपाल के समाजवादी सेक्युलर मोर्चे में शामिल होने का विधिवत एलान नहीं किया है।