अतहर अलीम की जीत अपना दल–भाजपा के लिए झटका, सपा के चिनकू यादव को मिली राहत
सिद्धार्थनगर। जिला पंचायत के क्षेत्र संख्या 4 में कांग्रेस नेता अतहर अलीम की जीत जहां भाजपा–अपना दल गठबंधन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, वहीं सपा नेता चिनकू यादव खेमे को इस जीत से बहुत राहत मिली है। क्योंकि भाजपा–अपना दल के संयुक्त उम्मीदवार के जीतने से चिनकू के सियासी शिष्य और जिला पंचायत अध्यक्ष गरीबदास के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश होने का खतरा फिलहाल टलता नजर आ रहा है।
कल हुई वोटों की गिनती में अतहर अलीम 5057 वोट पाकर भाजपा उम्मीदवार को 564 वोटों से हराया। भाजपा–अपना दल के शिव चन्द्र को 4493 मत ही मिले। 4048 वोट पाकर गीता मिश्रा तीसरे स्थान पर रहीं। जिले के दो विधायक अपना दल के चौधरी अमर सिंह, और भाजपा के श्यामधनी राही द्धारा इस चुनाव को प्रतिष्ठा से जोड़ लेने तथा भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रामपाल सिंह का पर्चा उठवा देने के बावजूद अतहर अलीम की जीत से भाजपा को करारा झटका लगा है।
दूसरी तरफ शिवचन्द्र की हार से सपा का खेमा बहुत खुश है। अपना दल ने अनुसूचित वर्ग के शिवचन्द्र को प्रत्याशी बना कर घोषणा की थी कि उनकी जीत के बाद सिद्धार्थनगर जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर शिवचन्द्र को इस सुरक्षित सीट पर बतौर अध्यक्ष उतारा जायेगा। उनकी हार के बाद जिला पंचायत गरीबदास पर लटक रही अविश्वास की तलवार फिलहाल धार खे चुकी है। गरीबदास चिनकू यादव के शिष्य हैं और खुद चिनकू बतौर प्रतिनिधि जिला पंचायत पर नजर रखते हैं।
फिलहाल जिला पंचायत सिद्धार्थनगर में अनुसूचित जाति का कोई ऐसा सदस्य नहीं दिख रहा जिसे अध्यक्ष पद के लिए आगे कर भाजपा अपना दल गठबंधन अविश्वास की तैयारी कर सके। इसलिए चिनकू यादव अभी अस्थाई तौर पर राहत की सांस ले सकते हैं। अतहर अलीम ने जिस तरह कानून व्यवस्था को मुद्दा बना कर शिचन्द्र को शिकस्त दी वह भाजपा क्षत्रपों के लिए भी एक चेतावनी भी है।