वाह रे अतिक्रमण विरोधी अभियानः रेहड़ी, ठेले वालों पर कार्रवाई, मगर सड़क हड़पने वालों पर चुप्पी
महेन्द्र कुमार गौतम
बाँसी, सिद्धार्थनगर। वैसे तो बाँसी की हर गालियां दिन में पतली और रात में फैलती रहती हैं लेकिन गलियों की बात तो छोड़िए ही, रोडवेज मेन चौराहे पर रोडवेज गेट के सटे निजी यात्री चालक मनमानी तरीके से आड़े तिरछे खड़ी करके सवारियां भरते दिख जाएंगे।
यही हाल कोतवाली रोड पर अतिक्रमण के चलते आना जाना मुसीबत भरा लगता है जबकि यही पर स्थानीय थाना परिसर और अस्पताल भी है और वहाँ से दिन भर आकस्मिक वाहन गुजरते रहते हैं लेकिन जाम के झाम में फंस जाते है।
कहना न होगा कि नगर के पूर्वी छोर पर स्थित मंगल बाजार होने से लगने वाले जाम के कारण अक्सर 50 कदम चलना 50 मिनट लगा देता है नगर के उत्तरी छोर पर राप्ती तट के समीप खजला व्यापारियों द्वारा पटरियों पर तो कब्जा कर अभी से ही मेले का आरक्षित ठिकाना बना दिया गया है। हालांकि रेहड़ी, ठेले वाले व अन्य छोटे दुकानदारों को अक्सर अतिक्रमण के नाम पर भगाया जाता है
हद तो दक्षिणी तरफ पावर हाउस के पास हो गयी है जहाँ किसी फर्म द्वारा NH 233 के बीचों बीच रोड में ही बालू डंप कर दिया गया है जिससे इस घने कुहरे में दृश्यता कम होने के कारण वाहन सवार गिरकर घायल हो रहे है लेकिन निरंतर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इसी रोड से गुजरने पर भी उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता । लगता है प्रशासन किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहा है।