कोरंन्टीन सेन्टर से घर जाने की खुशी में खिल उठे चेहरे , सोशल डिस्टेनसिंग बनाये रखने की ली शपथ
निज़ाम अंसारी
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर। वैश्विक महामारी का रूप धारण कर चुके कोरोना वायरस से बचाव के लिए बाहर से आसे जिन लोगों को कोरंटीन सेंटर पर रखा गया था, उनमें से शोहरतगढ़ सेंन्टर पर रोके गये 162 लोगों को घर जाने के आदेश दिये गये हैं। इस सेंटर से मुक्त होकर ज्यों ही सभी लोग खुले माहौल में आये, उनके चेहरे खिल उठे। कइयों के स्वागत के लिए उनके परिजन भी मौके पर उपस्थित थे।
याद रहे कि तहसील प्रशासन द्वारा लगातर जागरुकता कार्यक्रम और कोरेन्टीन सेंटरों पर उनके रहने खाने का प्रबंध व स्वास्थ्य की देखभाल करना प्राथमिकता पर है। दूरदराज के शहरों व राज्यों से आए हुवे लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए 14 दिनों तक के लिए क्वारन्टीन सेंटर सेठ राम कुमार खेतान बालिका इंटर कॉलेज में 162 लोगों को 30 31 मार्च को ठहराया गया था जिनका 14 दिनतक कर स्वास्थ्य की जांच और लक्षण न मिलने के कारण रविवार को लोगों के हाथों में कोरोना के नैतिक जिम्मेदारी का पालन करने से जुड़ा हुआ एक ठप्पा मोहर हाथ में लगाकर उन्हें घरो में सुरक्षित ढंग से रहने की सलाह दी गई।
लोगों को जागरूक करने और बचाव के उपाय हेतु तहसीलदार राजेश कुमार अग्रवाल द्वारा शपथ दिलायी गयी, साथ ही कोरोना से बचाव के तमाम बिंदुओं की जानकारी दी गई। इस दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ सूर्यकांत त्रिपाठी, नायब तहसीलदार अवधेश कुमार राय, खंड शिक्षा अधिकारी अभिमन्यु, मुस्तन शेरुल्लाह, मनोज कुमार यादव थाना अध्यक्ष राम आशीष यादव व नगर पंचायत के कर्मचारी व पुलिसकर्मी मौजूद रहे।
बताते चलें कि अपने शुरुआती दिनों में इस सेंटर पर अव्यवस्था रही लेकिन जैसे ही जिलाधिकारी दीपक मीणा को पता चली फौरन सेन्टर का मुआयना कर नगर पंचयय शोहरतगढ़ की देख रेख रहने खाने पीने व बिजली की समुचित व्यवस्था कराई गई जिससे मजदूर बहुत खुश दिखे।