भाजपा का समर्थन करने के कारण हुई बाबर अली की हत्या, दारोगा समेत तीन लाइन हाजिर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विवेकाधीन कोटे से दी दो लाख रुपये की सहायता राशि
नजीर मलिक
गोरखपुर। कुशीनगर जिले के रामकोला थाना क्षेत्र में भाजपा के युवा नेता बाबर अली की हत्या के मामले में रामकोला थाना इंचार्ज दुर्गेश कुमार सिंह व हल्का इंचार्ज तथा बीट प्रभारी को लापरवाही बरतने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। इस सम्बन्ध में चार अभियुक्तों को गिरफतार भी किया जा चुका है आगे कुछ और भी एक्शन लिए जाने की संभावना है। शासन की ओर से बाबर के परिजनों को दो लाख की आर्थिक सहाया भी दी गई तथा खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबर के परिजनों से बात कर उन्हें सांत्वना दी।
रामकोला थाना क्षेत्र के कठघरही गांव निवासी और भाजपा के स्थानीय नेता 25 वर्षीय बाबर अली पर गत 20 मार्च को उनके पड़सियों ने हमला किया था जिसमें वे घायल हो गये थे। पहले उन्हें रामकोला अस्पताल फिर वहां से मडिकल कालेज गोरखपुर ले जाया गया फिर वहां से उन्हें इलाज के लिए पीजीआई ले जाया गया जहां डाक्टरों के तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया न जा सका और 25 मार्च को उनकी मौत हो गई। लाश के गांव आने पर उनके जनाजे में कुशीनगर के भाजपा विधायक बी.एन. पाठक भी शामिल हुए।
बाबर की पत्नी फातिमा खातून ने इस घटना के सम्बंध में थाने में तहरीर दी और कहा कि गत विधानसभा चुनाव में उनके पति स्व. बाबर अली ने भाजपा का प्रचार प्रसार किया था। बाद में भाजपा की जीत पर मिठाइयां बांटी और पटाखे भी छोड़े थे। यह बात हमारे समाज को अच्छी नहीं लग रही थी और वे सब इसका बदला लेने की फिराक में थे। तहरीर में कहा गया है कि बीस मार्च को 6.30 बजे मौका पाकर उनके पड़ोसी अजीमुल्लाह, आरिफ ताहिद और सलमा ने कुलहाड़ी व लाठी से उनके पति पर हमला कर दिया। मेरे पति घायल होकर भागे तो हमलावर भी पत्थर बरसाते हुए भाग निकले। भागते समय उन्होंने मुख्यमंत्री के खिलाफ नारे भी लगाये थे।
इस मामले में रामकोला थाने की पुलिस ने प्राथमिकी तो दर्ज कर ली मगर अभियुकतों की गिरफ्तारी में आनाकानी करने लगी। नतीजे में 28 मार्च को एसओ दुर्गेश कुमार सिंह और 24 घंटे बाद यानी 29 मार्च को हल्का इंचार्ज व बीट प्रभारी को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया।
29 मार्च को क्षेत्रीय सांसद विजय दुबे ने पीड़ित परिवार के घर पहुंच कर उसे आर्थिक सहायता प्रदान की तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पीड़ित परिवार से बातचीत कर उन्हें ढांढस बंधाया। इस दौरान डीआइजी रवीन्द्र गोड़ ने भी बाबर अली के पहुँच परिजनों से मुलाकात की। इसी बीच मृतक के परिजन को मुख्यमंत्री के विवेकाधीन कोटे से 2 लाख की आर्थिक सहायता भी प्रदान की गई।