कार सवारों ने उसे उतरौला में अगवा किया, फिर उसे लूट कर बढ़नी में फेंक दिया
ओजैर खान
सिद्धार्थनगर। अपराधियों के बढ़ते हौसले ने आम जनता की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब लुटेरे सिर्फ छिनैती तक सीमित नहीं रहे, बल्कि लोगों को अगवा कर लूटपाट और मारपीट कर रहे हैं। ऐसी ही एक घटना में उतरौला से घर लौट रहे धुन्नी जोत निवासी खलीलुल्लाह पुत्र अब्दुल मुस्तफा को कार सवार बदमाशों ने अगवा कर पीटा और उनके खाते से जबरन पैसे निकलवा लिए। इतनी ही नहीं उसे लूट कर बदमाशों ने सिद्धार्थनगर जनपद के बढ़नी इलाके में लाकर फेंक दिया।
बताते हैं कि मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे ग्राम धुन्नी उतरौला, जिला बलरामपुर निवासी खलीलुल्लाह पुत्र अब्दुल मुस्तफा किसी काम से उतरौला गए हुए थे और काम के बाद अपने घर धुन्नीजोत लौट रहे थे। वह उतरौला कस्बे में स्थित बड़ौदा बैंक के पास थोड़ी दूर पर वाहन के इंतजार में खड़े थे। तभी एमएच-12 नंबर प्लेट वाली एक काली कार वहां रुकी। उसमें बैठे लोगों ने उन्हें चिरकुटिया पीर तक छोड़ने का आश्वासन देकर गाड़ी में बैठा लिया। गाड़ी में पहले से चार लोग सवार थे। बैठते ही बदमाशों ने उनका मोबाइल छीन लिया और मारपीट शुरू कर दी। जेब में रखे करीब 2500 रुपए लूट लिए और जबरन आधार कार्ड व एटीएम लेकर अंगूठा लगवाकर खाते से पैसे ट्रांसफर करा लिए। विरोध करने पर बदमाशों ने चाकू दिखाकर जान से मारने की धमकी दी।
इसके बाद लुटेरों ने 36 वर्षीय खलीलुल्लाह पुत्र अब्दुल मुस्तफा को ढेबरुआ थाना क्षेत्र के मुड़िला डीह (बढ़नी) नहर के पास फेंक दिया और फरार हो गए। यह घटना मंगलवार की शाम करीब 7 बजे की बताई जा रही है। पीड़ित ने बताया कि यदि केवल पैसे और मोबाइल लूट कर छोड़ देते तो भी गनीमत थी, लेकिन मेरे साथ काफी मारपीट किए और असलहे दिखाकर जान से मारने की धमकी देते हुए मेरे घर से लगभग 50 किलोमीटर दूर सुनसान जगह पर धकेल कर भाग गए। इस वारदात से इलाके में डर और दहशत का माहौल बन गया है। अपराधियों के इस दुस्साहस से लोग चिंतित हैं।
याद रहे कि कहीं पर किसी अनजान व्यक्ति से लिफ्ट लेना कई बार खतरनाक साबित हो सकता है। अपराधी अलग-अलग तरीके अपनाकर लोगों को फंसाने और लूटने का काम कर रहे हैं। हाल के दिनों में ऐसी घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है, जहां कार सवार लुटेरे पहले मदद का झांसा देते हैं और फिर लूटपाट व मारपीट को अंजाम देते हैं। अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें—अनजान गाड़ियों में सफर न करें, सार्वजनिक परिवहन का ही उपयोग करें और किसी भी संदेहास्पद परिस्थिति में पुलिस या परिचितों को तुरंत सूचना दें। सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।