अत्री डेथ मिस्ट्रीः नाकाम मुहब्बत की वजह से युवक ने बहन के घर पेड़ से लटक कर जान दी?
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। बस्ती जिले के वाल्टरगंज थाने के पड़िया गांव निवासी 22 साल के युवक अत्री ने जिले के खेसरहा थाने सरैनिया गांव में ब्याही अपनी चचेरी बहन के घर आत्महत्या क्यों किया, यह सवाल पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। उसकी बहन के परिवार वालों का कहना है कि उसका कभी किसी से कोई विवाद नहीं हुआ था। इसीलिए उन लोगों ने पुलिस में कोईशिकायत भी नहीं दर्ज कराया। मगर यह सवाल बना हुआ है कि आखिर अत्री के अचानक खुदकुशी की वजह क्या है?
जानकारी के मुताबिक अत्री पुत्र चन्द्रिका के अपने गांव पड़िया में एक लड़की से छेडख़ानी के मामले में उसके खिलाफ केस दर्ज कराया गया था। इसको लेकर अत्री और उस लड़की के परिवारों में कई बार विवाद भी हुआ था। विवाद से बचने के लिए ही उसके परिजनों ने उसे सिद्धार्थनगर के सरैनियां गांव में रिश्तेदार (चचेरी बहन) के यहां भेज दिया था, जहां वह स्थायी तौर पर रह था। यहीं से जब तारीख पड़ती थी तो देखने के लिए बस्ती कोर्ट में जाता था। यहां आने के बाद कभी किसी से विवाद नहीं हुआ और न ही किसी से कोई मतलब रखता था।
अत्री के अचानक आत्मघाती कदम उठाने से परिवार के लोग परेशान हैं। उनका कहना है कि उससे अकसर बात होती थी, लेकिन बातचीत से कभी ऐसा नहीं लगा कि वह परेशान है फिर ऐसा क्यों कदम उठा लिया। यह समझ में नहीं आ रहा है। मृतक चार भाई हैं, जिसमें अत्री सबसे छोड़ा था और उसकी शादी अभी तक नहीं हुई थी। परिवार वालों की बातों पर यकीन करें तो फिर इस सवाल को और बल मिल जाता है कि उसके जान देने की बजह क्या थी?
ग्रामीण सवाल उठाते हैं कि कहीं ऐसा तो नहीं कि उस पर छेड़छाड़ का जो मामला दर्ज कराया गया था, वह छेड़छाड़ के बजाये प्रेम का मामला रहा हो और बहन के घर भेज दिये जाने के बाद अत्री ने निराशा में यह कदम उठा लिया हो अथवा दुश्मनी के तहत उसकी हत्या कर आत्महत्या का रूप दे दिया गया हो। कई जानकार बताते हैं कि अगर गहराई से जांच हो तो सब कुछ स्पष्ट हो सकता है। इस संबंध में एसओ खेसरहा शशांक कुमार सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजवा दिया गया है। परिवार की ओर से कोई शिकायती पत्र नहीं दिया गया है।