हकीकुल्लाह ने सोचा भी नहीं था कि बेटी की डिलीवरी में पैसे की जरूरत उसे थाना पहुंचा देगी
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। बर्डपुर नंबर 10 टोला शिवकोट थाना मोहाना निवासी हकीकुल्लाह अपने घर पे मौजूद बैल को लेकर बुधवार के दिन लगने वाले सड्डा बाजार इसलिए जा रहा था कि उसे बेच कर अपनी बेटी की डिलीवरी में होने वाले अस्पताल के खर्च को वो वहन कर सके।
पर शायद यह नियति को मंजूर नहीं था। वो अपने बैल को लेकर मोहाना बाजार पहुंचा ही था, कि उसे थानेदार ने उसे धर लिया और उसकी बिना कुछ सुने ही उसे बैल सहित थाना उठा लाये। (सूत्रों के मुताबिक़ उसे पीटते हुए थाना लाये) उसके बाद उस पर मुकदमा दर्ज करने की तैयारी में लग गए। पुलिस की नजर में बैल बेचना अपराध था। पुलिस का कहना था कि बेटी मर जाये, मगर बैल नहीं बेचने देंगे।
बताते हैं कि मामले की जानकारी जिसकी कुछ लोगों और एक पत्रकार को लगी। उन लोगों ने हकीकुल्लाह को बचाने की कोशिश शुरू की। लेकिन किसी भी आला अधिकारी से कोई संतोष जनक जवाब नहीं मिला । थक हार कर जब आई जी मोहित अग्रवाल जी को इसकी सूचना दी गई तो थानेदार ने हकीकुल्लाह को 6 बजे के बाद मुचलके पर छोड़ दिया ।
अभी हकीकुल्लाह थाने से निकल कर कुछ दूर ही गया था की पुलिस ने उसे फिर वापस बुला लिया और बैठा लिया। पुलिस के मुताबिक बयान लेने के लिये रोका गया है सीओ सदर अकमल खान जी उनसे ब्यान लेंगे उसके बाद उसे छोड़ा जायेगा । हकीकुल्लाह तो तमाम मश्किलों के बाद रिहा हो गया, लेकिन इस दौरान उाकी बेटी को डिलीवरी को लेकर क्या क्या यातनाएं भोगनी पड़ीं, यह तो वही बता सकती है।