दो दर्जन गांवों की बिजली कटी, कई नेताओं के गांव भी अंधरे में डूबे
ओजैर खान
बढ़नी, विद्युत विभाग के बकाये बिजली बिल पर सरचार्ज के पूरी तरह से माफी योजना के बाद भी ढ़ेबरुआ विद्युत उपकेन्द्र के अंतर्गत आने वाले कुछ गांवों के विद्युत बकायेदारों के भुगतान दिलचस्पी न लेने के कारण विभाग ने डेढ़ दर्जन से अधिक गांवों की बिजली काट दिया है। इन गांवों में सपा, भाजपा व बसपा के कई नेताओं के गांव भी शामिल हैं
प्राप्त जानकारी के अनुसार ढ़ेबरुआ विद्युत उपकेन्द्र के तहत आने वाले घरुवार, पकड़िहवा कला, सेमरा,पचऊध, महादेव, जियाभारी, मिठवनियां, मोहनकोली, टीसम, जमधरा, संसरी, बरगदवा, परसा दीवान, मनिकौरा, कौववा, दुधवनियां खुर्द, मुजेहना, झिंगहा आदि गांवों की बिजली विद्युत बिल को जमा न करने के कारण विभाग के द्वारा काट दी गयी है।
सूत्रों के मुताबिक मौजूदा समय में विद्युत विभाग द्वारा बकाये बिल पर 100 फीसदी सरचार्ज माफ करने की योजना संचालित है। परन्तु उपर्युक्त गांवों के बकायेदार उपभोक्ता योजना के एक माह बीतने के बाद भी बकाया धन जमा नहीं कर रहे हैं।इसीलिये विभाग ने इन गांवों की बिजली काट दिया।
इस संदर्भ में ढ़ेबरुआ विद्युत उपकेन्द्र के अवर अभियन्ता चन्द्रशेखर आजाद का कहना है कि बिजली उन्हीं गांवों की काटी गयी है, जिन गांवों के बकायेदारों की तरफ से सरचार्ज माफ योजना के बाद भी कोई रिस्पांस नहीं मिला है और कम से कम 70 फीसदी बकायेदारों के बकाये बिजली बिल के जमा करने के बाद ही बिजली की आपूर्ति की जायेगी।उन्होंने कहा कि सभी बकायेदार विद्युत उपभोक्ता कार्यदिवस में अपने बकायेधन को 100 फीसदी सरचार्ज माफ के साथ ढ़ेबरुआ विद्युत उपकेन्द्र पर लाकर जमा कर सकते हैं।