संरक्षणगृह प्रबंधन के जुल्म से तंग आकर 17 साल की बालिका ने खाया जहर, मौत के कगार पर
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज तहसील के बयारा चौराह पर स्थित बाल संरक्ष्रण गृह में रह रही 17 साल की एक बालिका ने बीती रात जहरीला पदार्थ खाकर जान देने की कोशिश की। उस बुरी हालत में बेवा अस्पताल लाया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बताई गई है। लड़की के मुताबिक संरक्षण गृह के लोग उसके साथ जुल्म करते थे। यह घटना चर्चा काविषय बनी हुई है। लोगों ने मामले की जांच की मांग की है।
बताया जाता है कि भवानीगंज थाना क्षेत्र के बयारा नामक गांव केचौरहे पर अनाथ बच्चों को रखने के लिए सरकारी अनुदान से बाल संरक्षण गृह चलता है। शनिवार की रात जब लोग प्रतिमा विसर्जन का मेला देखने में मशगूल थे 17 साल की सुनीता ने अचानक कोई जहरीला पदार्थ खा लिया। उसकी चीख पुकार सुन कर वहां लोग जुटे और उसे फौरन बेवा अस्पताल पहुंचाया गया। जहांउसकी हालत नाजुक देख कर उसे बस्ती रेफर कर दिया गया।
अस्पताल में सुनीता नेबहुत भयानक कहानी सुनाई। उसके मुताबिक उसे प्रबंधन से जुड़े लोग मारते पीटते थे। खाना नहीं देते थे। इशारों इशारों में उसने बताया कि लोग उसके साथ छेडछाड़ भी करते थे। इस तरह वह अन्य बच्चों के साथ भी अत्याचार करते थे। कोई उन सबकी मदद करने वाला नहीं है। अपने साथ हो रहे अत्याचार के कारण से तंग आकर उसने रात में जहर खा लिया।
सुनीता के साथ हुए इस बर्ताव के बाद संरक्षण गृह को लेकर क्षेत्र में तरह तरह की चर्चाएं चल रही हैं। प्रबंध तंत्र इस मुद्दे पर जुबान नहीं खोल रहा है। भवानीगंज थाने की पुलिस ने बताया की वह मामले की जांच में लगी हुई है और मुकदमा कायम करने की तैयारी चल रही है।