हैवानियतः दो मासूमों को पेशाब पिलाया व प्राइवेट पार्ट में मिर्च पाउडर डाल दिया, 6 व्यक्ति हिरासत में

August 6, 2023 12:15 PM0 commentsViews: 856
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चोरी के आरोप मे बालकों के साथ की गई हैवानियत, पेशाब पिलाने, मिर्ची डालने के

साथ पेट्रोल का इंजेशन तक लगाया गया, लोमहर्षक घटना से शर्मसार हुआ पूरा जनपद

नजीर मलिक

सिद्धार्थनगर। जिले के पथरा थाना क्षेत्र के कोनकटी चौराहा नामक गांव में दो नाबालिग बालकों के साथ  हुई हैवानियत व दरिंदगी का मामला सामने आया है। मुर्गी की दुकान में घुसने पर उसके मालिक और अन्य लोगों ने दरिंदगी की हदें पार कर दी। पहले दोनों को पेशाब पिलाया, फिर पेट्रोल का इंजेक्शन लगाया। इसके बाद गुप्तांग में हरी मिर्ची डाल दिया। वह चीखते चिल्लाते रहे। लेकिन उन हैवानों को दोनों बच्चों पर जरा भी तरस नहीं आई। इस घटना ने पूरे जिले को शर्मसार कर दिया है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि घटना  का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ही पुलिस हरकत में आई। पीड़ित पक्ष की ओर से मिली तहरीर के आधार पर कुकर्म सहित अन्य धारा में केस दर्ज करके पुलिस ने छह आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। मामले की छानबीन चल रही है।

बताया जाता है कि ग्राम झहरावं के 14 वर्षीय अहमद व तुरकलिया तिवारी के 10 वर्षीय रमेश (दोनों  काल्पनिक नाम) दो नाबालिग बच्चों के साथ मानवता की सभी हदें पार कर दी। पोलट्री फार्म के मालिक व उसके अन्य परिजनों द्धारा पहले बच्चों को दुकान में बांध कर पीटा गया फिर पेशाब पीने पर मजबूर किया गया।  बच्चों के अनुसार उसके  बाद उन दोनों के गुप्तांग में मिर्ची डालकर पेट्रोल का इंजेक्शन लगा दिया गया। इसके बाद उनकी हालत  मरणासन्न हो गई। घटना शुक्रवार की बताई जा रही है, जिसका वीडियो शनिवार से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

6 लोग पुलिस हिरासत में

इस घटना के के बाद दोनों बच्चों के परिजनों ने पलिस को उपराक्त आशय की तहरीर दी।पुलिस ने पूछताछ के लिए घटना में शामिल कुछ लोगों को उठाया है। एएसपी सिद्धार्थ ने भी घटनास्थल का जायजा लेते हुए पीड़ितों से मुलाकात की। एएसपी सिद्धार्थ ने कहा कि पथरा पुलिस को तहरीर मिल चुकी है। छह लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घटना में शामिल लोगों पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

पोलट्री फार्म का लाइसेंस नहीं

पथरा थाने के कोनकटी चौराहे पर सऊद का पोलट्री फार्म है।जिसकी देखभल उसके परिजन ही करते हैं। बताया जाता है कि तीन वर्षों से उक्त पोलट्री फार्म का पंजीयन नहीं है। पोलट्री  फार्म पर ही मुर्ग को बेचने के साथ काटने व बचने का काम भी होता है। पोलट्री फार्म वालों का कहना हैकि वह फार्म से मुर्गा व पैसे चुराने आये थे। जबकि बच्चों का कहना है कि वह पोलट्री फार्म पर सिर्फ घूमने के लिए गये थे। बहरहाल यदि बच्चे चोरी के नीयत से ही गये थे तबभी इसकी ऐसी सजा की हिमायत न हमारा कानून करता है न ही समाज।

 

 

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