बांसी में बसपा को एक अदद उम्मीदवार की शिदृदत से तलाश, विनय शंकर को गोरखपुर से लड़ाने की तैयारी
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। अगले विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हैं। बहुजन समाज पार्टी को बांसी विधानसभा क्षेत्र में एक अदद प्रत्याशी की शिद्दत से तलाश है। फिलहाल जिले की इस सीट पर बसपा के सामने उम्मीदवार की कमी बेहद खटक रही है। पार्टी ने यहां से उम्मरदवार की तलाश की कवायद शुरू कर दी है।
कपिलवस्तु पोस्ट को मिली जानकारी के मुताबिक गत विधानसभा में बासीे विधान सभा से बसपा ने पूर्वांचल के ब्राहमण नेता पंउित हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी को टिकट दिया था। वह चुनाव हार गये थें।
खबर है कि इस बार विनय शंकर तिवारी को बसपा ने गोरखपुर जिले के चिल्लूपार विधान सभा सीट से चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। इसकी अधिकृत घोषणा जल्द ही कर दी जायेगी। विनय शंकर ने चिल्लूपार में अपनी सक्रियता भी बढ़ा दी है।
मायावती के इस फैसले के बाद बांसी विधान सभा से चुनाव किसे लड़ाया जा सकता है, यह सवाल अहम हो गया है। विनय शंकर के पूर्व इस क्षेत्र से गोपाल जी मिश्र ने दो बार चुनाव लड़ा लेकिन 20 हजार मत से आगे नहीं बढ़ पाये।
बांसी के बसपाई गोपाल जी मिश्रा को तीसरी बार टिकट देने के सख्त खिलाफ हैं। उनका कहना है कि जिस विधान सभा क्षेत्र में दलितों के बीस हजार मत पोल होते हों वहां गोपाल जी को लडाने का मतलब क्या है। वह दलितों के अलावा किसी और जाति धर्म के वोट नहीं पातें हैं।
बताते हैं कि मायावती भी मामले को समझ रही हैं। इसलिए उन्होंने बांसी में नये उम्मीदवार की तलाश शुरू कर दी हैं। इसके लिए उन्होेंने वर्करों को बता दिया है। वर्कर उम्मीदवार तलाशने की मुहिम में जुट गये हैं।
इस बारे में बसपा जिलाध्यक्ष दिनेश गौतम और पूर्व अघ्यक्ष पी आर आजाद से बात की गई। दोनो का कहना था कि वह ऐसे बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इसलिए वह कुछ भी नहीं कह सकते हैं। बहरहाल पार्टी के नेतर कुछ भी कहेंॉ लेकिन बांसी में उतम् उम्मीददवारों की तलाश तो शुरू हो ही चुकी है।