40 हज़ार नकदी के साथ बॉप डूबा, बेटा मजबूर होकर पिता की चीख सुनता रहा
नज़ीर मलिक
सिद्धार्थनगर। 40 हज़ार नक़द रूपया लेकर घर जा रहा एक व्यक्ति आज उफनाई बानगंगा नदी में डूब गया। डूबते समय उसका बेटा मजबूर होकर बाप को डूबते देखता रहा। घटना गुरुवार यानी आज चार बजे अपरान्ह बानगंगा बैराज की है। पुलिस उसकी लाश को तलाशने में लगी है।
बताया जाता है कि शोहरतगढ़ क्षेत्र क ग्राम बसाहिया निवासी 35 साल का रामजीत यादव पुत्र कोमल यादव आज महथा साप्ताहिक बाजार मे पशु अपनी 3 भैंसें लेकर बेचने आया था। उसके साथ उसका 17 साल का बेटा भी था। वह महथा बाजार मे दो पशु बेच कर एक पड़वे के साथ वापस आपने घर जा रहा था। दो भैसों की बिक्री के 40 हज़ार रुपये भी उसके साथ थे।
उसके बेटे किशोर के मुताबिक बानगंगा बैराज पर रेलवे पल के पास पिता जी ने कहा कि तुम पल से चलो मै पडवे के साथ नदी तैर कर उस पार पहुंचता हूँ। यह कह कर पिता नदी में उतर गए और मैं पल पर चलने लगा।पल से चलते हुए मैं लगातार उनको तैरते देख रहा था। उनके साथ पड़वा भी तैर रहा था।
किशोर के मुताबिक पिता जी बीच नदी में पहुंचे ही थे की अचानक वह तेज बहाव में फंस गए और डूबने लगे। उन्होंने पडवे की पूछ भी पकड़ने की कोशिश की मैहर नाकाम रहे। उन्होंने मदद के लिए दो बार आवाज़ भी लगाई और अंत में नदी की धारा में समा गए।मै मजबूर बना रेलवे पुल से से पिता को डूबते देखता रहा। बहरहाल पिता के डूबने पर बेटे की चीख पुकार सुन कर किसी ने पुलिस को सूचना दी।मौके पर पुलिस पहुँची, मगर उसकी लाश का पता न चला।
समाचार लिखे जाने तक पुलिस लाश की तलाश में लगी थी। इस घटनासे बसाहिया गाँव में शोक है। बता दें कि बसाहिया गाँव सैलाब से घिरा हुआ है। नदी के नज़दीक होने के कारण यहाँ के लोग अच्छे तैराक भी होते हैं, मगर बानगंगा की भयानक लहरें रामजीत की तैराकी पर भारी पड़ गईं।