शोहरतगढ़ के बसपाई किले में सेंध लगाने की फिराक में आधा दर्जन सियासतदान
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। यों तो बसपा ने शोरतगढ विधानसभा सीट सीट से चौधरी अमर सिंह को उम्मीदवार घोषित कर दिया है, लेकिन इस किले को भेदने के लिए कम से कम आधा दर्जन सियासी कमांडर अपनी निगाह जमाए हुये हैं।
जिला मुख्यालय की सीट रिजर्व हो जाने के बाद यहां के कई दिग्गज सियासतदानों ने पड़ोसी सीट शोहरतगढ पर निगाहें जमा दी हैं। यही नहीं अन्य कई नेताओं ने भी टिकट से वंचित होने के बाद शोहरतगढ़ सीट को अपना टार्गेट बना लिया है।
खबर है कि शोहरतगढ़ सीट से बसपा के घोषित उम्मीदवार अमर सिंह का टिकट कटा कर खुद उम्मीदवार बनने के लिए कई लोग प्रयासरत हैं। उनमें सपाई, बसपाई आदि सभी शामिल हैं।
बताते हैं कि बसपा से टिकट के लिए समाजवादी पार्टी से निकाले गये एक नेता ने बसपा से तार जोडे़ हैं। यही नहीं बसपा के एक जिम्मेदार नेता ने उनके घर दवत भी खाई है। इसके अलावा पुराने बसपाई मुमताज अहमद भी लाइन में हैं।
इसके अलावा सपा से निकाले गये नगरालिका अध्यक्ष जमील सिद्दीकी, शोहरतगढ़ राजघराने का एक चेहरा, बसपा नेता इसरार अहमद आदि भी इस लाइन में है और यह सभी लोग अर्थिक रूप से अमर सिंह से मजबूत है। बसपा में टिकट के लिए अर्थ ही अंतिम सत्य है।
बसपा अघ्यक्ष गौतम ने कहा सब गलत
बसपा अघ्यक्ष दिनेश गौतम के मुताबिक बसपा जिले में कोई टिकट नहीं बदल रही। उनकी बात सही हो सकती है लेकिन बसपा वर्करों ने कल प्रदेश अध्यक्ष से मिल कर आरोप आरोप लगाया है कि जिलाध्यक्ष ही सारे फसाद की जड़ हैं।