बसपा से मुस्लिम प्रत्याशी की घोषणा के साथ वोट विभाजन की उम्मीद में भाजपा की बांछे खिली
सपा बसपा में मुस्लिम मतों को संभावित विभाजन तय मान कर कमल का खिलना आसान मान
रहे भाजपा समर्थक, मगर क्या उनका सपना पूरा होगा? सपाई खेमा भी जवाबी वार को तैयार
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज संसदीय सीट पर बसपा ने रविवार को ख्वाजा शमसुद्दीन मियां की उम्मीदवारी का एलान कर दिया है। यह वही ख्वाजा मियां हैं जिनकी उम्मीदवारी के बारे में कपिलवस्तु पोस्ट ने पूर्व में संकेत दे दिया था। ख्वाजा शमसुद्दीन की उम्मीदवारी का एलान होते ही मुस्लिम मतों में विभाजन की उम्मीद से भाजपा खेमे में खुशी की लहर दिखने लगी है। अब मंगल अथवा बुधवार को अपनी रणनीति का खुलासा करते हुए सपा भी अपने कैंडीडेट का एलान कर देगी। उसके बाद चुनाव के शुरुआती माहौल का संकेत मिलने लगेगा।
गोरखपुर के हैं बसपा प्रत्याशी
प्राप्त विवरण के अनुसार ख्वाजा शमसुद्दीन गोरखपुर जनपद के निवासी हैं तथा बेहतर आर्थिक हालात वाले समाजसेवी हैं। उनके कारोबार के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है मगर वह उच्च स्तर के कान्ट्रैक्ट काराबारी है। वह 2022 के चुनाव में योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुके हैं। बसपा को आशा है कि वह ख्वाजा को सीएम योगी आदित्यनाथ का प्रतिद्धंदी प्रचारित कर यहां के मुस्लिम वोटों को आकर्षित कर सकेगी। ख्वाजा की उम्मीदवारी से मुस्लिम मतों में विभाजन तय मान कर भाजपाई हल्कों में जगम्बिका पाल की जीत आसान मानी जाने लगी है।
सपा बना रही रणनीति
दूसरी तरफ सपा भी अपनी रणनीति में पीछे नहीं है। सपा में पिछले कई दिन से ख्वाजा की संभावित उम्मीदवारी को देख कर नई रणनीति बनाई जा रही थी। इसके तहत सपाई भी ख्वाजा की जन्म कुंडली तलाशने में जुट गये। समाजवादी पार्टी के एक जिम्मेदार नेता के अनुसार हमने भी कुछ ऐसे दस्तावेज और फोटोग्राफ तलाश रखे हैं, जिसे जनता के बीच पहुंचा कर यह साबित किया जायेगा कि उनके भाजपा से करीबी रिश्ते हैं और वह मुस्लिम मतों में विभाजन के लिए ही चुनाव लड़ने आये हैं। वैसे भी मुस्लिम समाज में यह बात बैठी हुई है कि बसपा वर्तमान में अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा की मददगार के रूप में राजनति कर रही है।
ईद पर्व तक होगी तस्वीर साफ
बहरहाल उपरोक्त दोनों बातें तस्वीर के दो पहलू हैं, आगे क्या होगा यह भविष्य बतायेगा? मगर यहां एक सवाल यह भी है कि डुमरियागंज सीट से सपा का कैंडीडेट कौन होगा तथा उसकी घोषणा कब होगी। इस बारें में कपिलवस्तु पोस्ट पहले से ही लिखता चला आ रहा है कि वर्तमान में कुशल तिवारी ही सपा के उम्मीदवार है जिनके नाम की घोषणा होनी शेष है। इसमें परिवर्तन तभी संभव है जब समाजवादी पार्टी किसी विशेष रणनीति के तहत अपना प्रत्याशी बदले,जिसके आसार फिलहाल नजर नहीं आते। अब लोगों 10 तरीख या ईद के त्यौहार तक इंतजार करना होगा। इसके बाद इस सीट से चुनाव नामांकन की तस्वीर साफ हो जायेगी।