स्लाटर हाउस बंद, मटन चिकन मंडी पर पुलिसिया नजर से लोग हलकान, सब्जी मडियों में रौनक बढ़ी
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। नई सरकार के ताजा फरमान के बाद जिले के सारे अवैध स्लाटर हाउस बंद कर दिए गये हैं। साफ सफाई के नाम मटर, चिकन की दुकानों पर भी पुलिसिया नजर से मांसाहरी वर्ग को बेहद परेशानी है। दूसरी तरफ मांस व्यवसाय टूटने से सब्जी विक्रेताओं की चांदी हो गई है।
जनाकारी के मुताबिक जिले की डुमरियागंज, इटवा व नौगढ़ तहसीलों में चलने वाले अवैध स्लाटर हाउस पूरी तरह से बंद हो चुके हैं। इसलिए जिले में बीफ मिलना लगभग नामुमकिन हो गया है। इन स्लाटर हाउसों में भैंसे की कटान से हजारों लोग रोजगार से जुडे हुए थे तथा गरीब मुस्लिम इसी मांसका प्रयोग करता था। लिहाजा वह लोग बेहद परेशान हैं।
दूसरी तरफ बीफ पर प्रतिबंध के बाद पुलिस विभाग व नगर निकाय प्रशासन ने साफ सफाई के नाम पर चिकन–मटन की दुकानों पर भी नजर रख रही है। इस वजह से अनेक दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दी हैं। कई स्थानों पर दुकानदारों को मुख्य आबादी से बाहर कर दिया गया है। इस वजह से उनकी बिक्री में पचास प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है।
मांस व्यापार पर प्रभाव पढ़ने से सभी कस्बों में सब्जी की बिक्री में तेजी आ गई है। जिला मुख्यालय की सबसे बड़ी सब्जी मंडी गोबरहवा के फुटकर दुकानदारों ने बताया कि वर्तमान में उनकी दुकानदारी में चालीय प्रतिशत का इजाफा हो गया है। डुमरियागंज, इटवा के दुकानदारों ने इसकी पुष्टि की है।
इस बारे में एस.पी. राकेश शंकर ने बताया कि पुलिस की मंशा किसी केउत्पीड़न की नहीं है। नियम कानून का पालन करने पर मांस व्यवसाइयों को कोई परेशानी नहीं होगी, लेकिन कोई सरकार की मंशा के विरुद्ध अवैध कटान नहीं कर पायेगा। नियम तोड़ने वाले को बख्शा नहीं जायेगा।