मर्दानगी बढ़ानेे के नाम पर पूर्वांचल में प्रतिमाह करोड़ों की ठगी, फंस न जाना याराें
संजीव श्रीवास्तव
“पूर्वांचल में कहीं भी भी निकल जाएं। शहर की बाहरी आबादी में बसे नये मकानों पर किसी न किसी डाक्टर या हकीम का इश्तहार ज़रूर दिखेगा। इन इश्तेहारों में लिखे गए दिलचस्प स्लोगन मर्दाना ताकत बढ़ाने का दावा करते हैं। अफसोस यह है कि नासमझी और जागरूकता की कमी की वजह से हर महीने इनके चंगुल में हजारों मासूम फंसते हैं”
यह नीम हकीम एक महीने में पूर्वाचल के बीस जिलों से करोड़ों का वारा न्यारा कर देते हैं। शिक्षा और सेहत के मामले में बहुत पिछड़ा होने के कारण सिद्धार्थनगर में भी इस ठगी का धंधा बहुत तेजी से फल-फूल रहा है। सिद्धार्थनगर जिला समेत सभी तहसीलों पर यह उस्ताद हकीम सप्ताह में एक निश्चित दिन को बैठते हैं। दीवालों पर लिखे स्लोगन में उनका पता नहीं होता।
बस शहर के मोहल्ले का नाम लिखा होता है, मगर मर्दानगी की दवा के जरूरतमंद उनकी तलाश कर ही लेता है। जिला हेडक्वार्टर पर हकीम जी की लौहपुुरूष बनाने वाली लैबरोटरी आजाद नगर के एक कमरे में है, जहां मर्द बनाने का काम बडे पैमाने पर होता है। मरीज यहां चुपके से आते हैं। सेक्स रोग विशेषज्ञ हकीम जी उन्हें भरोसा देते हैं।
फिर वह मरीज को कुछ जडी बूटी के चूर्ण और उसमें एलोपैथ की उत्तेजना बढाने वाली किसी टेबलेट का चूर्ण मिला कर दे देते हैं। मरीज से एक हजार से पन्द्रह सौ वसूल लिए जाते हैं। इसी तरह का काम जिले की हर तहसील में चलता है। केवल सिद्धार्थनगर ही क्यों यह धंधा पूरे पूर्वांचल में चलता है। महाराजगंज सिद्धार्थनगर बस्ती संतकबीर नगर में उनका धंधा कुछ अधिक तेजी से चल रहा है। पूर्वांचल में यह हकीम साहबान एक माह में दस से बीस हजार लोगों को मर्द बनाते हैं और बदले में दो से तीन करोड का धंधा करते हैं।
इनमें कइयों के पास कुछ आयुर्वेद यूनानी की डिगरियां होती हैं। अधिकांश के पास यह भी नहीं होती। इनके चंगुल में फंसने वाले तीन तरह के लोग होते हैं। एक बड़ी उम्र वाले अशिक्षित, दूसरे अधिक आयु में सेक्स क्षमता बढाने का ख्वाब देखने वाले बूढे़ और तीसरी श्रेण में कुछ नौजवान होते हैं। जहां तक प्रशासन का सवाल है वह इनकी न जांच करता है न रोकथाम। लिहाजा ठगी का यह रोग बढता ही जा रहा है। इस मामले में प्रभारी सीएमओ डा. विजय कुमार का कहना है कि उन्होंने आज ही चार्ज लिया है वह कोशिश करेगें कि ऐसे डाक्टरो पर अंकुश लगया जाए।