श्री राम जन्मोत्सव और श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर हुई फूलो की वर्षा, झूम उठे श्रद्धालु
संजय मिश्रा
खुनुवां, सिद्धार्थनगर। शोहरतगढ क्षेत्र के लुचुइया गांव के शिव मंदिर पर नौ दिवसीय संगीतमयी श्रीमदभागवत कथा के छठवे दिन श्री राम कथा और भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का कथा श्रावण हुआ श्रोतागण मन्त्र मुग्ध होकर झूम उठे।
कथा वाचक पंडित संतोष शुक्ल जी महाराज ने कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान राम जैसा नाम और भगवान श्रीकृष्ण जैसा लीला दुनिया मे कोई नही है भगवान राम के जीवन से हम सभी को सीख लेना चाहिए। भगवान राम का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष मे नवमी तिथि को पुनर्वसु नक्षत्र मे हुआ था जिनका जीवन एक आदर्श पुत्र, आदर्श शिष्य, आदर्श पति, आदर्श भाई और आदर्श राजा के रूप मे बीता।
भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद मास मे कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि रोहिणी नक्षत्र में हुआ। श्रीकृष्ण भगवान बचपन से लेकर अपने जीवन मे अनेको लीला किये और बहुत युद्ध भी किये धरती से पापियो और अधर्मियो का अन्त कर धर्म की स्थापना किये। कथा मे उपस्थित श्रद्धालु श्रीकृष्ण भगवान के जन्म पर फूलो की वर्षा किये पारंपरिक सोहर गीत गाये बच्चे, बूढ़े, औरते सभी नृत्य किये पूरा पंडाल जयकारा से गुंजायमान हो उठा।
भागवत कथा के आयोजक प्रधान संघ के जिलाध्यक्ष डा.पवन ने आये हुए अतिथियो का स्वागत और सम्मान किया। इस दौरान धर्म जागरण मंच के जिला संयोजक गणेशकान्त उपाध्याय, रोजगार सेवक संघ के अध्यक्ष विजय कुमार दूवे, शिवनरायन, राजदेव, गिरजेश,लवकुश, सुग्रीव, सुनील, रामधनी गिरी, राजेश कुमार शुक्ल, विवेक कुमार, अरूण कुमार उपाध्याय, पीपीएस स्कूल के प्रबन्धक पाटेश्वरी श्रीवास्तव, प्राचार्य सूर्य कान्त उपाध्याय, संजय कुमार के साथ पत्रकार सहित सैकड़ो श्रद्धालु उपस्थित रहे।