नौकरशाही का करिश्माः भगवानपुर में स्वयं भगवान भी पानी के लिए बेहाल
शहाबुद्दीन फारूकी
डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर। स्थानीय तहसील के भगवानपुर गांव में स्वयं भगवान भी बेहद कष्ट महसूस कर रहे होंगे। एक तरफ भारत सरकार हर कमजोर आदमी को आवास की सुविधा दे रही है मगर भगवानपुर में भगवान के मंदिर निर्माण के लिए पानी की जरूरत को भी पूरा करने में प्रशासन स्वयं को अक्ष्म साबित कर रहा है। ग्रामवासियों ने प्रशासन से इस दिशा में कदम उठाने की मांग की है।
डुमरियागंजसे लगभाग 5 किमी दूर बांसी रोड पर भगवानपुर गांव है। इस गांव में पहले खुले आसमान के नीचे एक शिवलिंग स्थापित था, जहां ग्रामीण पूजा अर्चना करते और जल चढ़ाते थे। हसल में ग्रामीणों ने कुछ पैसे का इंतजाम करके वहां मंदिर का निर्माण शुरू कर दिया मगर अब उन्हें दीवार केलिए गारा बनाने के लिए पानी की बड़ी दिक्कत हो रही है। ग्रामीण बताते हैं कि मंदिर परिसर में लगा इडिया मार्का हैंडपंप खराब है। पानी के अन्य साधन मंदिर स्थल से दूर आबादी में हैं। फलतः वहां पानी पहुंचाने में बहुत असुविधा हो रही है। नतीजतन निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है।
ग्रामीण बताते हैं कि समस्या के बारे में वे ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी से पिछले तीन महीने से निंरतर शिकायत कर रहे हैं लकिन हैंडपंप ठीक नहीं हो पा रहा है। इस बारे में गांव के मुस्लिम ग्राम प्रधान का कहना हैकि वह प्रयास तो कर रहे है मर कोई सुनने वाला नहीं है। जबकि सेकेटरी अविनाश सिंह के मुताबिक समस्या के बारे में उन्हें जानकारी है। वह शीघ्र हल हो जायेगी। लेकिन सवाल यह यह है कि यही बात वह तीन महीने से कह रहे हैं। ऐसे में समस्या कब हल होगी कहा नहीं जा सकता है। ग्रामीणों ने कहा है कि जब मंदिर परिसर का हैंडपंप ठीक नहीं हो सकता तो गांव का विकास कैसे हो रहा होगा, इसे आसानी से समझा जा सकता है।