नगर पालिका सिद्धार्थनगर के भाजपा खेमे में टिकट का खेल पहुंचा दिलचस्प मोड़ पर
टिकट का फैसला 22 अप्रैल की शाम तक, असली जंग होगी भाजपा जिलाध्यक्ष गोविंद माधव व पूर्व नपा अध्यक्ष एसपी अग्रवाल के बीच
नजीर मलिक
सिद्धार्थनर । जिला मुख्यालय की नगरपालिका में भाजपा से टिकट के लिए चल रही रस्साकशी में नाटकीय मोड़ आ गया है। भाजपा के टिकट पर निर्वाचित अध्यक्ष श्यामबिहारी जिला संगठन द्वारा बनाई गयी सूची से बाहर हो गये हैं। जबकि जिला कमेटी द्वारा भेजी गई तीन नामों की सूची में आश्चर्यजनक ढंग से प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव नामक नये दावेदार का नाम जुड़ गया है। भाजपा के एक गंभीर नेता के मुताबिक अब सिद्धार्थनगर नगर पालिका का टिकट होल्ड कर दिया गया है, तथा प्रत्याशी की घोषणा 23 अप्रैल को किये जाने की संभावना है, 24 अप्रैल नामांकन की आखिरी तारीख है।
कैसे आया नाटकीय मोड़
दर असल सिद्धार्थनगर जिला कमेटी द्वारा जो सूची लखनऊ भेजी गई थी जिसमें केवल भाजपा जिलाध्यक्ष गोविंद माधव का अकेला नाम था। बताते हैं कि जैसे ही यह खबर लीक हुई पार्टी के कुछ अन्य दावेदारों ने इसकी शिकायत भाजपा के प्रदेश नेतृत्व से की और इसे एक साजिश बताया। इसके बाद काफी दबाव बनने पर तीन नामों की सूची भेजे जाने का जिला कमेटी को निर्देश दिया गया। ऊपर से मिले इस आदेश के बाद जिले से जो सूची भेजी गई उसमें भाजपा जिलाध्यक्ष गविंद माधव के साथ पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष एसपी अग्रवाल व आश्चर्यजनक रूप से भाजपा के एक अन्य नेता प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव का नाम भेज दिया गया। गौरतलब बात यह है कि भाजपा के निवर्तमान अध्यक्ष श्यामबिहारी जायसवाल सहित अन्य कई दावेदारों का नाम इस सूची से गायब है।
सूची से क्यों बाहर हुए श्यामबिहारी
नगर पालिका सिद्धार्थनगर के कुछ दिन पहले तक अध्यक्ष रहे श्यामबिहारी जायसवाल का नाम टिकट सूची में न होना बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसका कारण बताया जा रहा है कि पालिका अध्यक्ष बनने के बाद श्यामबिहारी जायसवाल ने पूरी तरह से पार्टी और संगठन से नाता तोड़ रखा था। यहां कारण है कि जिला कमेटी ने उन्हें पार्टी के बैठकों व अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने से रोक रखा था। वैसे सदर विधायक को उनको खुला समर्थन मिल रहा था लकिन पूरा संग्ठन उनके खिलाफ था। पार्टी के जिला मंत्री फतेबहरदुर सिंह कहते हैं कि वे पार्टी में होते तो उन्हें जरूर पता होता। वे कभी पार्टी के वफादार रहे हों ऐसा नहीं लगता है। खबर है कि पार्टी से दर किनार कर दिये जाने के बाद श्यामबिहारी जायसवाल एक अन्य राजनीतिक दल से सम्पर्क साध रहे हैं। उम्मीद है उन्हें टिकट मिल भी जायेगा।
अब लड़ाई दिलचस्प मोड़ पर
टिकट की दावेदारी में तीन नामों की सूची जारी होने के बाद अब भाजपा में टिकट की जंग दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गई है। अब गविंद माधव के सहित एसपी अग्रवाल और प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव के बीच पार्टी को टिकट का फैसला करना है। लेकिन जानकार कहते हैं प्रेम प्रकाश गंभीर दावेदार नहीं है। उनका नाम केवल 3 की सूची पूरी करने के लिए औपचारिक रूप से भेजा गया है। जबकि इनके आलावा राजू सिंह, राकेश दत्त त्रिपाठी, गुड्डू त्रिपाठी भी जमकर दावेदारी कर रहे थे। सूत्र बताते हैं कि टिकट की दावेदारी अब गोविंद माधव व एसपी अग्रवाल के बीच सिमटता दिखाई दे रहा है।
जानकार बताते हैं कि गोविंद माधव जिलाध्यक्ष होने के कारण मजबूत हैं तो एसपी अग्रवाल जातीय गणित के हिसाब से सबसे सशक्त ठहरते हैं। शहरों में भाजपा की टिकट नीति में भी वे फिट बैठते हैं। बाहरहाल अंत में नतीजा क्या होगा यह तो वक्त बतायेगा, मगर वर्तमान में नगर वासियों की नजरे इस दिलचस्प खेल के अंत पर लगी हुई है।