यूपी कैबिनेट ने दिया जिले को तीन और नई नगर पंचायतों की सौगात, मुख्यालय पर टेढ़ी नजर
— सदर नगर पालिका क्षेत्र के विस्तार की पत्रावली पर फैसला न होने से जनता हताश
— सीमा विस्तार की फाइल अधर में पडने से सदर विधायक की कार्यशैली पर सवाल
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। यूपी कैबिनेट ने जिले की तीन और नई नगर पंचायतों का सौगात दिया है। इस प्रकार अब जिले में दो नगर पालिकाओं के अलावा नौ नगर पंचायतें हो गयी है। तीनों नई नगर पंचायतों के गठन होने से क्षेत्रीय विकास को बल मिलेगा। तमाम लोगों ने इसका घोषणा का स्वागत किया है। इस प्रकार जिले में दो नगर पालिका के साथ अब याहरी निकायों की तादाद 11 हो गई है।
यूपी कैबिनेट के फैसले की भनक लगते ही इटवा, भारतभारी और बढनी चाफा के नागरिकों में हर्ष की लहर दौड गयी। तीनों नई नगर पंचायतों के लोगों ने सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए एक दूसरे को मिठाई खिलाकर अपनी खुशी का इजहार किया।
भारतभारी नगर पंचायत में मोती गंज, परसा इमाद आदि गांवों के गांवों के जुड़ने की संभावना है। जबकि बढ़नी चाफा की आबादी पहले से ही पर्याप्त मानी जा रही है। जबकि इटवा में कमदालालपुर, पहाड़ापुर समेत कई गांव शामिल किये जाने की संभावना है। लेकिन जिला मुख्यालय की नगर पालिका का सीमास विरूतार न होने से मुख्यालयवासी निराश हैं।
मालूम हो कि सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिले की पश्चिमी छोर पर स्थित बिस्कोहर बाजार में आये हैं। बिस्कोहर बाजार को भी अभी हाल में ही नगर पंचायत का दर्जा दिया गया है। मुख्यमंत्री ने इसी का उदघाटन समेत कई कार्यक्रमों में शिरकत किया। मुख्यमंत्री इधर जिले में आये, उधर यूपी कैबिनेट ने इटवा, भारतभारी और बढनी चाफा को नगर पंचायत बनाने के फैसले पर मुहर लगा दिया। जनसभा में योगी ने यूपी कैबिनेट के फैसले को जनता की बहुप्रतीक्षित मांग बताते हुए इसे भुनाने का प्रयास भी किया। जनता ने सीएम की इस घोषणा को खूब सराहा।
बता दें कि हाल में घोषित सभी नगर पंचायतों में शामिल की जाने वाली ग्राम पंचायतें समाप्त हो जायेंगी और नगर पंचायतों के नये सिरक से चुनाव होंगे, जिसके चुने प्रतिनिध अपनी निकाय के विकास की रूप रेखा बनायेंगे। इसके लिए शासन से धन आवंटित होगा
जिला मुख्यालय पर गुस्से की लहर
दूसरी ओर सदर नगर पालिका क्षेत्र का सीमा विस्तार अधर में लटक जाने से जनपद मुख्यालय से सटे दो दर्जन गांवों के ग्रामीणों हताश हैं। ग्रामीणों ने इस ठीकरा सदर विधायक पर फोडते हुए कहा कि उनकी कार्यशैली से यह मामला एक बार फिर अटक गया है। ग्रामीणों का कहना है कि अपने को योगी का करीबी बताने वाले सदर विधायक जनता की आवाज शासन तक पहंचाने में नाकाम साबित हो गये है। ग्रामीणों ने नगर पालिका प्रशासन पर भी अपने गुस्से का इजहार किया है।
हालांकि नपाध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया है कि सीमा विस्तार की पत्रावली जिला प्रशासन को सुधार के लिए काफी पहले ही भेज दी गयी थी। जिला प्रशासन की चूक से सीमा विस्तार नहीं हो पाया है। दूसरी ओर जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि सीमा विस्तार संबंधी पत्रावली अभी दो दिन पहले उनके कार्यालय को मिली है। इधर मुख्यमंत्री का कार्यक्रम था। इस कारण इस पत्रावली पर ध्यान नहीं दे पाये। मुख्यमंत्री का कार्यक्रम समाप्त होते ही इस फाइल पर कार्रवाई कर शासन को भेजा जायेगा।