सरहद पर खतराः सीमाई इलाके में कौडियों के मोल बिक रही भारतीय नागरिकता
आदित्य अग्रहरि
बढ़नी, सिद्धार्थनगर। अगर आप नेपाली नागरिक हैं और भारत की नागरिकता लेना चाहते हैं तो चिंता की बात नहीं है। बढ़नी क्षेत्र में बेईमान कर्मियों ने इसकी पूरी व्यवस्था कर रखी है। बस आप कुछ रकम खर्च कीजिए। जमीन की खरीद करवा कर व आधार कार्ड बनवा कर चंद भ्रष्ट कर्मी किसी को भी बड़े आराम से नागरिकता दिलवा देंगे।भारत की नागरिकता लेने का यह खुला खेल बार्डर से सटे नगर पंचायत बढ़नी और उसके आसपास के क्षेत्रों में धड़ल्ले से खेला जा रहा है।आशंका है कि इस सस्ते खेल का फायदा भारत विरोधी ताकतें भी उठा सकती है। लेकिन भ्रष्ट तत्व इस खतरे सेक जानबूझ का अनजान बने हुए हैं।
नेपाल़-भारत सीमा से सटे भारतीय भारतीय उपनगर बढ़नी और उसके पास पास के क्षेत्र के कतिपय संस्थानों पर जाइये तो वहां ऐसे चेहरे दिख जायेंगे जो मूल निवासी तो नेपाल के है मगर रूप रंग और भाषाई समानता के कारण देखने में बिलकुल भारतीय लगते है। कस्बे के पोस्ट ऑफिस एवं बैंक के पास व शोहरतगढ़ आदि अन्य स्थानों के आधार सेंटरों से एजेंटों के माध्यम से आधार कार्ड बन रहे है। इन आधार कार्डों की बदौलत बहुत से नेपाली नागरिक भारत के विभिन्न क्षेत्रों में जमीनें खरीद कर यहां के नागरिक बन लाभ इत्यादि अर्जित कर रहे है। बढ़नी में कई जगह नेपाली लोग जिनकी नेपाल में भी नागरिकता है और वहां के नागरिक के रूप में वहां भी सरकारी सुविधाओं का लाभ लेते है। ऐसे तत्व भारती क्षेत्र में भी आधार कार्ड बनवा कर उसके बदौलत यहां भी सरकारी सुविधाओं का जम कर लाभ ले रहे है।
आधार बनने से भारत में निवास एवं नागरिकता का दावा करने वाले नेपाल के लोग कई तरह के अवैध कारोबार में लिप्त है जिससे सीमा क्षेत्र में अपराध,तस्करी को बढ़ावा मिल रहा है।कस्बे एवं आस पास सीमा क्षेत्र के निवासियों ने नेपाल के लोगो के भारत में घुसपैठ पर चिंता व्यक्त किया है। बढ़नी कस्बे के सीमा क्षेत्रों में नेपाल के लोग जैसे तैसे एवं जुगाड की बदौलत आधार कार्ड बनवा कर जमीनें खरीदत रहे हैं और फिर उन्हीं दस्तावेजों की बदौलत भारतीय नागरिक बन कर सरकारी सेवाओं पर अपना ठोक रहे है। कई लोग सरकारी आवास, राशन इत्यादि सहित अन्य सुविधाओं का भी लाभ ले रहे है।नेपाल के लोगो द्धारा जमीनें खरीदने प्रमुख भूमिका आस पास के क्षेत्रों में प्लाटिंग करके जमीन बेचने वाले निभा रहे हैं। जमीनों की रजिस्ट्री कराते समय आधार होने पर आसानी से बिना की जांच पड़ताल के बयनामें धड़ल्ले से हो रहे हैं।
किसी भी देश में अवैध घुसपैठ का असर उसकी अर्थव्यवरूथा व कानून और व्यवस्था का प्रभावित करता है। इससे बेरोजगारी भी बढ़ती है। नेपाल एक गरीब देश है। इसलिण् वहां के नागरिक भारतीय नागरिकता लेकर यहां बस रहे हैं। जिला मुख्यालय पर भी इन नेपाली नागरिकों के घर बहुतायत में हैं। इनमेंं अधिकांश भारती नागरिकता भी ले रखे हैं। लिहाजा जिला प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को इस पर नजर रखने की जरूरत है।
सोमवार को पुलिस ने की जांच
क्रम में सोमवार को ढेबरुआ पुलिस ने पश्चिम पड़ाव में बने ग्राहक सेवा केंद्रों एवं ऑनलाइन सेंटरों की सुरक्षा की दृष्टि से पड़ताल किया। ढेबरुआ थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह एवं बढ़नी चौकी प्रभारी अमला यादव ने पुलिस बल के साथ कस्बे के पश्चिम पड़ाव,बैंक रोड,गोला बाजार इत्यादि जगहों पर स्थित ग्राहक सेवा केंद्रों को सुरक्षा एवं सतर्कता की दृष्टि से पड़ताल करने पहुंचे ,इस दौरान उन्होंने ग्राहक सेवा केंद्रों पर सीसी टीवी सहित सुरक्षा मानक का ध्यान रखने एवं लगवाने की हिदायत दी।कई ग्राहक सेवा केंद्रों के संचालन में कमियां पाए जाने पर उनको नियम पालन की कड़ी हिदायत दी गई।
संबंध में चौकी प्रभारी अमला यादव ने बताया कि कैमरे एवं सुरक्षा संबंधी मानक पूरा न होने से कभी भी कोई अप्रिय घटना घट सकती है। सुरक्षा एवं सतर्कता मद्देनजर ग्राहक सेवा केंद्रों एवं ऑनलाइन सेंटरों की पड़ताल की गई है। उनको सुरक्षा संबंधित मानक के साथ सेंटर संचालित करने की हिदायत दी गई है। पालन न करने पर कड़ी कार्यवाही संचालकों के खिलाफ की जाएगी।