पत्नी ने प्रेमी के जरिए कराई थी पति की हत्या, बेगुनाह लोगों को मिली राहत
संवाददाता
बलरामपुर। जिले के गौरा बाजार थाना निवासिनी रामरती ने गत २६ नवम्बर को पति गोबरे की हत्या अपने प्रेमी के जरिए कराया था। हत्या के बाद रामरती ने गांव के ही चार व्यक्तियों नामजद कर मामले को नया टर्न देने की कोशिश की थी। लेकिन पुलिस ने दो सप्ताह में मामले का पर्दाफाश कर हत्यारों को तो पकड़ा ही, निर्दोर्षों को भी बचा लिया।
बताते हैं कि हत्याकांड के दौरान कांड से जुड़ी कुछ बातों की भनक सीओ सिटी ओपी सिंह के कानों तक पहुंच गई। बस इसी विषय पर पहले इंटेलीजेंस में अपनी अहम भूमिका अदा कर चुके क्षेत्राधिकारी ओपी सिंह ने पूरा मामला समझ लिया और गहनता से जांच करवाई इस दौरान पता चला कि गोबरे की पत्नी निवासी गौरा थाना ने अपने प्रेमी सहजराम व गुल्लन यादव के सहयोग से पत्थरों से सर को कुचलवा कर मरवा दिया था।
वह हत्याकांड में अहमद अली पुत्र अकबर अली मुस्तकीम व अजीज पुत्रगण अकबर अली व अहमद गनी निवासीगण गोविंदपुर थाना गौरा चौराहा को जेल भिजवाने के फिराक में थी। लेकिन मामले से पर्दा उठा और बलरामपुर गौरा थाने की पुलिस ने सीओ सिटी के सहयोग से बेगुनाहों को बचाते हुए असली हत्यारों को जेल का रास्ता दिखाया। मृतक की पत्नी रामरति के विरुद्ध भी पुलिस जांच में जुट चुकी है सूत्र बताते हैं कि वह भी जल्द ही पति की हत्या करवाने के आरोप में १२० बी के तहत जेल जाएगी।
बताते चलें कि यह मामला गौरा चौराहा थाने में 27 नवम्बर को दर्ज हुआ था गोबरे की लाश २६ नवम्बर को जरवा कोतवाली के ग्राम रतनपुर के निकट नाले के पास झाड़ियों में मिली थी। हत्या के पहले गुल्लन व सहज राम ने मृतक गोबरे उर्फ गोवर्धन निवासी गोविंदपुर थाना गौरा चौराहा के साथ तुलसीपुर टॉकीज के पास जमकर शराब पिलाई थी और खुद भी पी थी। इसके बाद दोनों ने उसकी हत्या कर दी थी।