बर्डपुर के गायघाट में इंटरलॉकिंग निर्माण कार्य में खुलेआम मानकों की उड़ाई जा रही धज्जियां
-मनरेगा योजना से खड़ंजे के ऊपर मिट्टी डालकर लगाई जा रही इंटरलॉकिंग।
-गायघाट पश्चिम में मिट्टी डालकर लगाए गए ईंट के बीच खाली जगह से उग आई घास
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। जहा एक तरफ केन्द्र व प्रदेश की मोदी-योगी की डबल इंजन की सरकार विकास कार्यो की पारदर्षिता को लेकर तमाम दावे करती है वहीं धरातल पर इसके इतर हो रहा है। बर्डपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत गायघाट में मनरेगा योजना से इंटरलॉकिंग निर्माण में बालू के स्थान पर खेतों की मिट्टी डालकर निर्माण कार्य कराया जा है।
खबर के मुताबिक बर्डपुर ब्लाक के गायघाट पक्की सड़क से गोसाई के खेत तक बन रही इंटरलॉकिंग व गायघाट पूरब वासदेव के खेत से कलीमुल्लाह के घर तक निर्माण में मानकों को ताक पर रखकर खड़ंजे के ऊपर बिना ईंट का गिट्टी डाले बालू की जगह मिट्टी डाल कर कार्य कराया जा रहा है। ग्रामीणों ने मानक के विपरीत निर्माण कार्य का आरोप लगाते हुए बताया कि गायघाट के पश्चिम टोले में मदरसे से तौवाब के घर तक इंटरलॉकिंग निर्माण में भारी अनियमितता बरती गई है।
जहां एक ओर सरकार की तरफ से करोड़ों रुपए सड़कों पर खर्च किए जाते हैं, वही विकास खण्ड बर्डपुर के जिम्मेदारों द्वारा मनरेगा योजना में सही से काम न करके मानक विहीन तरीके से सड़कों का निर्माण करा दिया जाता है। जिससे सड़कें कम ही दिन चल पाती हैं। जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ता है।
गांव के अब्दुल मन्नान, अब्दुल रसीद, तबारक हुसैन सहित दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि इंटरलॉकिंग मानक विहीन बनाई जा रही है। इंटरलॉकिंग में बालू की जगह मिट्टी डालने का कहीं भी प्रावधान नहीं है, जबकि यहां बालू ना डालकर खेत की मिट्टी डाली जा रही है। ग्रामीणों ने जिला प्रशाशन से जांच कर कर्रवाई की मांग से की है।
इस सम्बन्ध में बर्डपुर विकास के खंड विकास अधिकारी सुरेश कुमार का कहना है कि अगर मानक विहीन इंटरलॉकिंग सड़क निर्माण किया जा रहा है तो इसकी जांच करवाकर कार्यवाही की जाएगी।