बिस्कोहर में जनता और पुलिस झड़प में फायरिंग , कई चोटिल, दर्जन भर वाहन क्षतिग्रसत, कर्फ्यू का माहौल
नजीर मलिक
“सिद्धार्थनगर के बिस्कोहर कस्बे में बिजली सप्लाई की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे ग्रामीणों और पुलिस के बीच जम कर झड़प हुई,जिसमें कम से कम तीन राउंड फायरिंग भी हुई। घटना में कई चोटिल हुए और एसडीएम सहित डेढ़ दर्जन वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले रखा है। प्रशासन ने फायरिंग की घटना से इंकार किया ।
पूरे कस्बे में अघोषित कर्फृयू लगा है। घटना की सूचना पाकर एसपी और डीएम भी मौके पर पहुंच गये हैं। घटना के बाद बिस्कोहर के सैकडों लोग पुलिसिया खौफ से कस्बा छोड़ कर फरार हो गये हैं।एसपी के मुताबिक हालात नियंत्रण में हैं।जानकारी के मुताबिक रविवार बिजली संघर्ष समिति के बैनर तले सुबह आठ बजे कस्बे में प्रदर्शन किया और तकरीबन 11 बजे मुख्य सडक पर धरने पर बैठ गये। घटना की सूचना पाकर 1 बजे एसडीएम इटवा राम सूरत पांडेय भी मौके पर पहुंच गये। प्रदर्शनकारियों के आगह पर बिजली विभाग के जेई वीपी सिन्हा भी मौके पर पहुंचे।
प्रदर्शनकारियों और और प्रशासन के बीच तय हुआ कि आंदोलन से जुडे़ पांच लोग पुलिस चौकी चल कर वार्ता करें, लेकिन वहां हजारों लाग पहुंच गये। मौके पर माजूद थानाध्यक्ष त्रिलोकपुर ओपी चौबे ने विरोध किया तो विवाद और नोकझोंक शुरू हो गयी। इस दौरान सड़क से गुजर रहे एक वाहन पर प्रदर्शनकारियों ने हमला बोल दिया, लेकिन वाहन चालक भाग निकला।
बताते हैं कि इसके बाद चौकी के पुलिसकर्मी भी बाहर निकल आये। फिर दोनो पक्षों मे संघर्ष हो गया। आंदोलनकारियों ने पत्थर चलाये और पुलिसकर्मियों ने जम कर लाठी भांजी इस दौरान आदोलनकारियों ने एसडीएम इटवा की जीप और एक रोडवेज बस समेत डेढ़ दर्जन दुपहिया वाहनों को भी क्षतिग्रसत कर दिया। घटना में कम से कम एक दर्जन लोगों को चोटें आईं। फिर आंदोलनकारी भाग निकले।
घटना के बाद पुलिस ने आंदोलनकारियों को उनके घरों में घुस कर पकड़ा। उसने करीब दस लोगों को हिरासत में ले लिया है। घटना की खबर पर डीएम सुरेन्द्र कुमार व पुलिस अधीक्षक अजय साहनी भी मौके पर पहुंच गये है। इस बारे में एसडीएम राम सूरत पांउेय का कहना है कि वह तो आंदोलनकारियों का मांग पत्र लेने गये थे, लेकिन कुछ लोगों ने अकारण हिंसा पैदा कर दी। दूसरी तरफ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी का कहना है कि हालात अब नियंत्रण में है। कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
पत्रकारों ने की निंदा बिस्कोहर बाजार की घटना मे दो पत्रकारों को शामिल करने को लेकर स्थानीीय प्रेस क्लब ने ने पुलिस अधीक्षक अजय साहनी से से दोनों प़त्रकारों को बरी करने की मांग की है। पुलिस पत्रकार नृपेंन्द्र सिंह व कुलदीप सिंह को मुजरिम मानने पर तुली है। जबकि दोनो घटना की कवरेज के लिए मौके पर गये थे। साजिश भाजपा की इटवा विघानसभा के समाजादी पार्टी के अध्यक्ष बबलू खान का कहना है कि आंदोलन का हिंसक बनाने वाले भाजपा के स्थानीय नेता थे। जो सपा को बदनाम करना चाहते है। पुलिस की लिस्ट को देख कर इसे समझा जा सकता हे।