अखिलेश यादव के टवीट के बाद ध्वस्त कराया गया बिथरिया पुल, ब़ड़े घपले के प्रयास का पर्दाफाश
बंजारा डीह के पास पुराने पुल की बुनियाद पर बन रहा था 41 लाख की लागत से नया पुल,डीएम ने दिया जांच का आदेश, मची खलबली
नजीर मलिक
पूर्व मुख्यमंत्री व सपा मुखिया अखिलेश यादव के ट्वीट के बाद में 6 मीटर लम्बे पुराने पुल की बुनियाद (बेस) पर नये पुल के निमार्ण के घपले का भंडाफोड़ हो गया है तथा प्रशासन ने मंगलवार को आनन फानन में उक्त पुल के अवशेष को ध्वस्त करा दिया है। यह निर्माण डुमरियागंज-भड़रिया मार्ग पर ग्राम बिथरिया के पास बनाया जा रहा था। इस पुल की पुरानी नींव पर नई दीवार बनाने का फोटो ट्वीट करते हुए अखिलेश ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। अब इस मामले में लोक निर्माण विभाग के अधिकारी व ठेकेदार लापरवाही का ठीकरा कारीगर व श्रमिकों पर फोड़ रहे हैं।
क्या है पूरी कहानी
डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के चंद्रदीप घाट मार्ग पर बिथरिया और परसपुर के बीच पहले से स्थित पुराने पुल की नींव और दीवार को तोड़ने के बजाय उसी के ऊपर दीवार बनाने की तैयारी थी। किसी माध्यम से यह फोटो अखिलेश यादव को मिल गई, जबकि करीब छह मीटर के पुल को ध्वस्त कर नए निर्माण के लिए 41 लाख रुपये बजट स्वीकृत हुआ है। इस मामले में लोक निर्माण विभाग बांसी खंड के अधिशासी अभियंता वीके राय ने बताया कि पुल को ध्वस्त करा दिया दिया गया है। इस मामले में ठेकेदार को चेतावनी पत्र दिया गया है। ठेकेदार मौके पर मौजूद नहीं था और कारीगर पुराने पुल की नींव पर ही नई दीवार बना रहे थे।
हालांकि ठेकेदार पक्ष व निर्माण एजेंसी का कहना है कि कारीगर ठेकेदार की गैरहाजिरी में पुराने पुल के नींव अप अपने आप जुड़ाई कर रहे थे, मगर तमाम राजनीतिज्ञ सवाल उठा रहे हैंकि बड़ेनिर्माण कार्य करने वाला एक कुशल कारीगर पुरानी बनियाद परबिनाकिसी के आदेश पर कैसे निर्माण कर सकता है। लो ने इस प्रकरण की गहराई से जांच के लिए शासन से मांग की है।
सपाइयों ने दी चेतावनी
इस मामले में सपा नेता चिंनकू यादव ने प्रेस वार्ता के माध्यम से कहा है कि ग्राम बिथरिया के पास पुराने पुल (बेड) के पुरानी बुनियाद पर छत डालने और स्लैब लगाने की तैयारी में मानक और निर्माण कार्य में गुणवत्ता की अनदेखी की जा रही थी। उन्होंने पुल निर्माण के साथ ही क्षेत्र की सड़कों के निर्माण कार्यों में मानक की अनदेखी करने की बात की। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में जांच नहीं हुई तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
जिलाधिकारी ने कहा जांच शुरू
इस मामले में जिलाधिकारी संजीव रंजन, ने मडिया का बताया है कि चंद्रदीप घाट मार्ग बने पुल को ठेकेदार ने ध्वस्त करा दिया है। इसके बाद भी मामले की जांच के आदेश दे दिये गये हैं और लोक निर्माण विभाग के अधिकारी ने इसकी जांच शुरू भी कर दिया है।रिपोर्ट मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।