बड़े नेता के इशारे पर होने वाला जोगिया ब्लॉक प्रमुख के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव असफल

June 17, 2024 2:56 PM0 commentsViews: 1161
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डीएम  ने 14 जून को  अविश्वाश प्रस्ताव का दिन किया था मुकरर्र, विपक्ष में नहीं  पड़े एक भी मत

अजीत सिंह 

सिद्धार्थनगर। भाजपा के एक बड़े नेता के इशारे पर जोगिया ब्लॉक प्रमुख के विरुद्ध लाया गया अविश्वास प्रस्ताव शुक्रवार को असफल हो गया। अविश्वास प्रस्ताव के संबंध में बैठक एवं मतदान के लिए पूर्व निर्धारित तिथि 14 जून को एक भी क्षेत्र पंचायत सदस्य नहीं पहुंचे। पीठासीन अधिकारी एसडीएम नौगढ़ डॉ. ललित कुमार मिश्रा ने बताया कि एक भी सदस्य के नहीं आने से अविश्वास प्रस्ताव के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। इस दौरान ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि श्रीष चौधरी के साथ विधायक जय प्रताप सिंह, विधायक श्यामधनी राही, भाजपा जिलाध्यक्ष कन्हैया पासवान, कुँवर विक्रम सिंह, साधना चौधरी भी मौजूद रहे।

जानकारी के मुताबिक जोगिया ब्लॉक में कुल 66 क्षेत्र पंचायत सदस्य हैं इनमें 37 क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने जोगिया ब्लॉक प्रमुख श्रीमती सावित्री देवी के विरुद्ध 18 मई को जिलाधिकारी से मिलकर अविश्वास प्रस्ताव के संबंध में पत्र सौंपा था। इसके बाद जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने जोगिया ब्लॉक प्रमुख के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव के संबंध में 14 जून को बैठक एवं मतदान के लिए तिथि निर्धारित की थी। जिसके संबंध में एसडीएम नौगढ़ डॉ. ललित कुमार मिश्रा को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया था।

निर्धारित तिथि को वह ब्लॉक में पहुंचकर अविश्वास प्रस्ताव के संबंध में बैठक एवं मतदान के लिए क्षेत्र पंचायत सदस्यों का इंतजार किए, लेकिन कोई सदस्य नहीं आया। लाउडस्पीकर से एलाउंस भी किया गया। लेकिन कोई सदस्य नहीं आया इसके बाद उन्होंने कार्रवाई समाप्त कर दी। अविश्वास प्रस्ताव असफल होने के बाद ब्लॉक प्रमुख सावित्री देवी प्रतिनिधि श्रीष चौधरी एवं भाजपा कार्यकर्ताओं ने पटाखा फोड़कर  एक दूसरे को मिठाई खिलाकर हर्ष व्यक्त किया।

चर्चा है- बड़े नेता की शह पर आया था अविश्वास प्रस्ताव

पंचायत चुनाव में भाजपा की टिकट पर जोगिया ब्लॉक प्रमुख पद हासिल करने वाली सावित्री देवी वर्तमान में भाजपा जिलाध्यक्ष की रिश्तेदार हैं। कहा जा रहा है कि पंचायत चुनाव के बाद से ही भाजपा के एक बड़े नेता की शह पर कुछ क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने प्रमुख के विरुद्ध लामबंदी शुरू कर दी थी। ब्लॉक प्रमुख का कार्यकाल 02 वर्ष पूरा होने के बाद इन सदस्यों ने डीएम के यहां अविश्वास प्रस्ताव संबंधी पत्र सौंपा था।
क्षेत्र पंचायत सदस्यों की ओर से पहली बार सौंपे गए पत्र में त्रुटि होने के कारण डीएम पवन अग्रवाल ने उसे खारिज कर दिया था, जिसके बाद दूसरी बार क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव का पत्र दिया, जिस पर बैठक व मतदान की तिथि निर्धारित की गई थी। राजनीतिक जानकारों की माने तो इस समय भाजपा में गुटबंदी चरम पर पहुंच गई है। जोगिया प्रमुख के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव असफल होना एक खेमे की जीत और दूसरे पक्ष को मात मिली है।

जिले के चौदह ब्लाक प्रमुखों ने ली राहत की सांस

जिले में कुल चौदह ब्लाक है और अविश्वास प्रस्ताव सबसे पहले जोगिया का आया उसके बाद नौगढ़ (सदर) का भी अविश्वास चर्चा में है। जिस तरह से नवजावान भाजपा नेता श्रीश चौधरी ने अपने जोगिया ब्लाक का अविस्वाश मत हासिल किया वह काबिले तारीफ है। कुल 37 बीडीसी सदस्य जो नोटरी बयान हल्फी देकर जिलाधिकारी से जोगिया ब्लाक के प्रमुख पदच्यूत करने की मांग किए थे मतदान के दिन एक भी हाजिर नही हुए। इस बात का पूरे जिले में शोर है कि श्रीश चौधरी ने ऐसा कौन सा गेम खेला कि सारे विरोधी चारो खाने चित हो गए।

बहरहाल श्रीश के अविश्वाश मत हासिल करने से जिले सभी ब्लाक प्रमुखो ने राहत की सांस ली है। उनका मानना है कि अब अविश्वास के सहारे प्रमुख पद हथियाने वाले विरोधियों को करारा धक्का लगा है। अब वह किसी ब्लाक में अविश्वाश कराने के लिए एक नही सौ बार सोचना पड़ेगा।

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