तीन विधायकों समेत आधा दर्जन दिग्गजों की राजनीतिक दिशा व दशा तय करेगा ब्लाक प्रमुख चुनाव
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। रविवार को होने जा रहा ब्लाक प्रमुख चुनाव सियासी मायने में बहुत अहम साबित होगा। इतवार अपरान्ह आने वाला चुनाव परिणाम जिले के तीन विधायकों समेत कम से कम आधा दर्जन दिग्ग्जों की राजनीतिक दिशा और दशा का संकेत भी देगा। इसलिए इनके क्षेत्रों में सियासी तापमान चरम पर पहुंचा हुआ है।
जिले में हालांकि 14 ब्लाकों के लिए प्रमुख का चुनाव होना था। मगर नौ सीटों पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के खिलाफ कोई प्रतिद्धंदी ही नहीं उतरा। इस तरह रविवार को केवल पांच ब्लाकों में ही वोटिंग होगी। जिस पर कम से कम आधा दर्जन सियासी दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है, इनमें तीन विधायक भी शामिल हैं।
सबसे प्रमुख लड़ाई डुमरियागंज ब्लाक में है। यहां समाजवादी राजनीति के नये धूमकेतु राम कुमार उर्फ चिनकू यादव के पिता मिटृठू यादव और डुमरियागंज की सियासत के भीष्म पितामह कमाल यूसुफ मलिक के साहबजादे सलमान मलिक के बीच तलवारें खिंची हैं।
दोनों के अपनी अपनी जीत के दावे हैं। चिनकू यादव के पास जहां साहस के अलावा सत्ता कंी ताकत है, वहीं कमाल यूसुफ के पास भारी सियासी तजुरबा और सत्ताधारी दल में बैठे उनके कई पुराने कान्टेक्ट भी हैं। ऐसे में मिठठू यादव की हार चिनकू यादव की धूमकेतु की छवि पर बट्टा लगायेगी।
दूसरी तरफ सलमान की हार उनके वालिद की सियासी पितामह की छवि को खंडित करेगी। आज की रात दोनों ही दिग्गजों के जीवन मरण की रात हैं । कल का सूरज किसके लिए सौगात लायेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।
नौगढ़ ब्लाक में भी हालात रोमांचकारी हैं। यहां दोनों उम्मीदवार शफीक अहमद और श्रीमती संजू सिंह दोनों सपा के उम्मीदवार हैं। सपा ने दोनों को फ्री फाइट की आज्ञा दी है। संजू सिंह के नाम को रेकमेंड करने वाले क्षेत्रीय विधायक विजय पासवान हैं तो शफीक अहमद के सरपरस्त उनके छोटे भाई जमील सिददीकी हैं, जो सपा के बडे़ नेता और नगरपालिका चेयरमैन भी हैं।
इस सीट का नतीजा तय करेगा कि सदर क्षेत्र का नेता कौन होगा। जिसका समर्थक उम्मीदवार हारा, उसके हाथ से सदर क्षेत्र की सियासत फिसलने का खतरा रहेगा। जाहिर है कि लड़ाई संजू सिंह व शफीक अहमद की ही नहीं, जमील सिद्दीकी बनाम विधायक पासवान की भी है।
इसी तरह शोहरतढ़ ब्लाक में विधायक लालमुन्नी सिंह की बहू नीलिमा सिंह को उसी इलाके के एक आम आदमी सुरेन्द्र विश्कर्मा ने चुनौती दी है। अगर परिणाम नीलिमा सिंह के खिलाफ गया तो भविष्य की राजनीति का अंदाजा लगाया जा सकता है।
इसी तरह बढ़नी ब्लाक में चार बार के विधायक रहे कांगेस नेता पप्पू चौधरी की कैंडीडेट शांति पासवान और मौजूदा विधायक लालमुन्नी सिंह की उम्मीदवार विफई देवी का चुनाव परिणाम का असर भी दोनों नेताओं पर पड़ेगा। फिलहाल चुनाव पणिाम कल 4 से 5 बजे के बीच आने की संभावना है, देखिए सियासत क्या गुल खिलाती है।