पर्चा दाखिलाः समाजवादी सरकार में आचार संहिता तोड़ने में भी पूरा समाजवाद दिखा
नजीर मलिक
समाजवाद में सबको बराबर का हक मिलता है। जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में इसका पूरा पालन हुआ। सपाइयों ने आचार संहिता की जम कर धज्जियां उड़ाईं, तो विपक्षी भी पीछे न रहे। इस प्रकार जनता के बीच न सही, सियासत में समाजवाद जरूर सच हो गया।
पंचायत चुनावों के नामांकन के दौरान सिद्धार्थनगर जिला मुख्यालय पर कानून का जम कर मजाक उड़ा। प्रशासन ने जिले में धारा 14 लगा रखा है। लेकिन अफसरान की नाक के नीचे 144 की धज्ज्यिां उड़ाई गईं। जिला पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन करने पहुंचे सपा नेताओं ने कानून का खुला मजांक उड़ाया।
सपा नेता सुखराज यादव पूरे दल बल के साथ सैकड़ों की भीड़ के साथ नारेबाजी करते कलक्ट्रेट पहुंचे। अंदर नामांकन के दौरान सुखराज हो या सपा नेता जुबैदा चौधरी या फिर सदर विधायक विजय पासवान, सभी अपने समर्थकों के साथ रिटर्निंग कक्ष में मौजूद रहे।
सपाइयों की देखा देखी अन्य लोग भी उसी रंग में रंग गये। प्रदेश कां्रग्रेस के उपाध्यक्ष ईश्वर चंद्र शुक्ल अपने प्रत्याशी के लिए दल बल के साथ कलक्ट्रेट पहुंचे, तो भाजपा नेता कन्हैया पासवान भी पीछे न रहे।
दो दिनों में 12 वार्डों के लिए कुल 122 पर्चे दाखिल हुए। लेकिन अधिकांश ने आचार संहिता का उल्लंधन किया। मौके पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने कुछ लोगों को रोकने की कोशिश भी की, लेकिन जब अफसरान न चाहें तो दारोगा और सिपाही की क्या बिसात।
सिद्धार्थनगर के चुनाव में यह पहला वाकया है, जब प्रत्याशी भीड़ भाड़ के साथ कलक्ट्रेट गेट पहुंचे। इससे पहले के चुनावों में सारे वाहन साड़ी तिराहे पर रोक दिये जाते थे। इस बार क्या हुआ और क्यों हुआ, इसे बताने वाला कोई नहीं है।
चुनाव कार्मिक के मुखिया सोनकर जी कहते है कि सहायक निर्वाचन अधिकारी बता सकते है।
सहायक निर्वाचन अधिकारी कहते है कि 200 मीटर के अंदर कोई गेदरिंग नही होनी चाहिए। अगर ऐसा हुआ तो पुलिस की गलती है।दूसरी तरफ सीओ सदर मो. अकमल खान कहते हैं कि कहीं गड़बड़ी नहीं हुई है। अगर हुई है तो वह देखेंगे। जाहिर है समाजवादी पार्टी का राज है तो हर जगह समाजवाद होगा ही।