शोहरतगढ़ः फिलहाल कोई न समझे बसपा का टिकट पक्का, चौंकाने वाले फैसले की उम्मीद
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। शोहरतगढ़ विधानसभा सीट से बसपा का टिकट पेंच में फंसता नजर आ रहा है। वहां जो हालात हैं, अमर सिंह का टिकट कटने के बाद बसपा से दो नाम सामने आये थे, लेकिन सूत्र बताते है कि आगे कोई और चौंकाने वाला नाम सामने आ सकता है।
शोहरतगढ़ सीट से बसपा से पराने नेता मुमताज अहमद का नाम हटने के बाद अली अहमद प्रभारी बनाये गये थे। कुछ दिन बाद ही उन्हें हटा कर अमर सिंह चौधरी को उम्मीदवार बनाया गया, लेकिन वह भी बहुत दिन तक कायम नहीं रह सके और उन्हें भी प्रभार से बेदखल कर दिया गया।
अभी पिछले सप्ताह पार्टी ने अमर सिंह का टिकट भी काट दिया। उसके बाद बढ़नी इलाके के नेता अकील अहमद मुन्नू और पचपेड़वा के बदरे आलम का नाम सामने आया। दोनों का दावा था कि उन्होंने बसपा की “शर्तें” पूरी कर दी हैं और उनका टिकट फाइनल हो गया है।
लखनऊ ने दिया बदलाव का इशारा
कपिलवस्तु पोस्ट ने जब इस प्रकरण को उठाया तो बसपा के लखनऊ कार्यालय ने इसे संजीदगी से लिया। कार्यालय से फिरोज अहमद ने फोन कर कपिलवस्तु पोस्ट को बाताया कि दोनों ने पार्टी की “शर्तें” जरूर पूरी की हैं, मगर पार्टी ने किसी का नाम फाइनल नहीं किया है।
फिरोज अहमद का कहना था कि इंतजार कीजिए पार्टी 14 अप्रैल को सूची जारी करेगी, तो लोग चौंक भी सकते हैं। उनकी बात से लगता है कि मामला कहीं गड़बड़ हैं। इसलिए इस सीट से टिकट के इच्छुक अन्य लोगों की इच्छाएं बढ़ भी सकती हैं।
पार्टी सूत्रों का कहना है अभी कुछ फाइनल नहीं है। नई “शर्तें” पूरा करने पर उम्मीदवार का नाम फिर बदला जा सकता है। बसपा की “शर्तें” क्या हैं, इसे लोग समझते ही हैं। नई शर्त पूरी होने पर अमर सिंह भी बहाल हो सकते हैं।
इसके अलावा बसपा के पुराने नेता मुमताज अहमद और इसरार अहमद भी शर्तें पूरी करने में सक्षम हैं। मुमताज अहमद के पास शर्ते पूरी करने के अलावा पार्टी में उंचे लेबिल के सम्पर्क भी हैं, तो इसरार अहमद भी शर्त पूरी करने में कमजोर नहीं हैं।
जाहिर सी बात है कि शोहरतगढ़ सीट पर बसपा की उम्मीदवारी अभी खुली हुई है। लोग दरवाजा खटखटा रहे हैं, लेकिन बसपा में कब किसे “इन” कर किसे “आउट” कर दिया जाये, इसक ठिकाना नहीं नहीं है। इसलिए 14 अप्रैल तक इंतजार करिए और चौंकने के लिए तैयार रहिए।