बुद्ध के अपमान प्रकरण ने तूल पकड़ा, बौद्ध महासभा ने 3 जनवरी को बुलाई पंचायत
—डीएम, सीडीओ व अन्य अफसरों ने गुरूवार को बुद्ध प्रतिमाओं पर जूते पहन कर किया था माल्यार्पण
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। कपिलवस्तु महोत्सव को रद्द करने के बाद बुद्ध प्रतिमाओं पर माल्यार्पण के दौरान अफसरों द्वारा जूता पहन कर माल्यार्पण करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। अखिल भारतीय बौद्ध महासभा ने प्रकरण को गंभीरता से से लेते हुए 3 जनवरी को नौगढ़ तहसील परिसर में संगठन की बैठक बुलाई है, जिसमें इस प्रकरण पर आगे की कार्रवाई के लिए रणनीति बनाई जायेगी।
महासभा के जिलाध्यक्ष महेन्द्र प्रसाद बौद्ध ने बताया कि जिले के स्थापना दिवस के अवसर पर 29 दिसम्बर को गौतम बुद्ध की कई प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया गया। जिसमें केवल अफसर ही शामिल रहे। इन अफसरों ने माल्यार्पण किया, जिसमें डीएम समेत अधिकांश अफसरों ने जूते पहन कर माल्यार्पण किया। जिसकी कड़ी निंदा की जा रही है।
महेन्द्र प्रसाद ने बताया कि इसके विरोध में 3 जनवरी को बौद्ध पंचायत नौगढ़ तहसील परिसर में बुलाई गयी है। जिसमें संगठन के मंडल अध्यक्ष बाबू लाल गौतम, मंडल महामंत्री करूणा शील बौद्ध, आडिटर राम नरायन बौद्ध, जिला मंत्री राम निवास गौतम, हरिनाथ यादव, आदि भाग लेंगे। उन्होंने अधिकाधिक लोगों से पंचायत में भाग लेने की अपील की है।
बताते चले कि 29 दिसम्बर को कपिलवस्तु महोत्सव न करने का फैसला हुआ था। इसके बाद अनन–फनन में बुद्ध प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कार्यक्रम बनाया गया। माल्यार्पण के दौरान जिलाधिकारी नरेन्द्र शंकर पांडेय, सीडीओ अनिल मिश्रा समेत कई वरिष्ठ अफसरों ने जूते पहन कर तथागत गौतम बुद्ध की प्रतिमाओं को माला पहनाया, जिसकी जनता में घोर प्रतिक्रिया हुई थी।