किसे बचाने के लिए बिहार के दो लाल ने दी अपनी कुर्बानी, अब तक नहीं मिली लाशें

April 27, 2025 1:26 PM0 commentsViews: 151
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नजीर मलिक

22 साल का मृतक साहेब अली, बेतिया, बिहार

सिद्धार्थनगर। जोगिया कोतवाली क्षेत्र में कान्हें कुसुम गांव का एक सोलह वर्षीय बालक जमाल बगल की बूढ़ी राप्ती नदी में नहाते समय डूब रहा था। इसे बचााने के लिए पास के दो युवक नदी में कूछ गये। वे जमाल को बचाने में असफल तो हुए ही, साथ ही खुद की जान भी गवां बैठे। जमाल को बचाने वाले दोनों युवक बिहार के ग्राम बरगदवा, थाना रामनगर, बेतिया जिले के निवासी थे। कुदरत का क्रूर मजाक देखिए कि जमाल की लाश तो मिल गई लेकिन उन्हें बचाने की कोशिश में जान गवा देने वाले दोनों दोस्तों की लाश तीसरे दिन रविवार सुबह तक बरामद नहीं हो सकी है।

बिहार के दोनों युवक 28 साल के सद्दाम पुत्र नत्थू और 22 साल के साहेब पुत्र कुर्बान आपस में बहुत अच्छे दोरूत थे। गरीबी के कारण वे काम के सिलसिले में मजदूरी करने सिद्धार्थनगर जिले के कान्हेकुसुम गांव में रह कर एक भवन निर्माण के ठेकेदार के साथ काम कर रहे थे। दोनों दोस्तों का दिन हंसी खुशी कट रहा था कि अचचनक शुक्रवार को यह दर्दनाक घटना घट गई। जां नी में नहाते समय कान्हें कुसुम गांव का 16 वर्षीय जमाल पुत्र रईस नदी में डूबने लगा, जिसे बचाने के लिए दोनों दोस्त नदी में कूदे और जमाल के साथ खुद भी डूब गये।

दोनों दोस्तों सद्दाम और साहेब की लाश एसडीआरएफ की टीम घटना की सुबह से ही तलाश रही है। जोगिया पुलिस स्थानीय गोताखोर भी उस काम में पूरी तरह से डटे हुए हैं। नदी में पानी कम है। फिर भी लाश का कीं पता नहीं चल पा रहा है। दोनों के घर के लोग भी बिहार से जोगिया पहुंच चुके हैं। सभी का रो रो के बुरा हाल है। इस संबंध में एसओ जोगिया अनूप कुमार मिश्र ने बताया कि घटना के बाद से ही दोनों की लाशें शिद्दत से तलाशी जा रही है। एसडीआरएफ की टीम लगी हुई है।

28 वर्षीय मृतक सद्दाम, बेतिया, बिहार

 

 

 

 

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