असहाय और बुजुर्ग की सेवा को नैतिक धर्म समझे समाज़- डा. चन्द्रेश उपाध्याय
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। समाज में कुछ बुजुर्ग ऐसे दुर्भाग्यशाली हैं, जिनको उनके बच्चे यह कहके घर से बाहर कर देते हैं कि आप हम पर बोझ हैं, वो लोग यह भूल जाते हैं कि उसी बुजुर्ग ने माता-पिता के रूप में उनको चलना, बोलना, हंसना, खेलना, पढना सिखाया था। उक्त बातें जनपद सिद्धार्थनगर के समाजसेवी डा. चंद्रेश उपाध्याय ने कही।
वह मुख्यालय स्थित वृद्धाश्रम पुराने नौगढ़ में सिद्धार्थ गौतम के नेतृत्व में आयोजित होली मिलन समारोह व बुजुर्गों में फल वितरण समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा आज आप बुजुर्गों के बीच आकर बहुत ही खुशी हो रही है और मैं यह कहना चाहूंगा कि आप असहाय नही है। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों को प्रेरित करते हुए कहा हमें बुजुर्गों की सेवा को अपना नैतिक धर्म समझना चाहिए और शायद इसीलिए हम यहां पर एकत्रित हुए हैं।
मुख्य अतिथि के संबोधन के पहले वृद्धाश्रम के संचालक व अनुसूचित जाति युवा मोर्चा के अध्यक्ष सिद्धार्थ गौतम ने समारोह में उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा आप सभी यहां पर आए मुझे बहुत अच्छा लगा और इससे हमारा उत्साहवर्धन भी हुआ है।
हम बुजुर्गों की सेवा पूरे तन-मन-धन से करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। इसके पश्चात सभी अतिथियों ने अपने संबोधन में बुजुर्गों को प्रणाम करते हुए उनका आशीर्वाद ग्रहण किया तथा क्रम से सभी विशिष्ट अतिथियों ने समारोह को संबोधित किया तथा वृद्धाश्रम में सहायता हेतु तत्परता की बातें भी कहीं।
समारोह में उपस्थित युवा समाजसेवी हेमराज गिरी ने अपनी कविता के माध्यम से सभी को प्रेरित किया। सभी के संबोधन के पश्चात डा. चंद्रेश उपाध्याय व सभी अतिथियों ने उपस्थित बुजुर्गों को अबीर लगाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया तथा सभी बुजुर्गों में फल और मिष्ठान वितरण के पश्चात अंगवस्त्र भी भेंट किया।
उक्त समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी भुवनेश्वर शर्मा ने की तथा समारोह में विशिष्ट अतिथि की भूमिका में ज्ञान ज्योति पब्लिक स्कूल के प्रबंधक सुनील कुमार चौबे, प्रधानाचार्य प्रेम चंद्र चौरसिया, युवा समाजसेवी खेमराज गिरी जी, नेहरू युवा केंद्र के युवा समन्वयक आनंद चौधरी रहे। समारोह का संचालन युवा समाजसेवी नितेश पांडे ने किया। समारोह के दौरान वृद्धाश्रम के समस्त सेवा कर्मी रोशनी गौतम, सरिता, ज्ञानेंद्र, राम अवतार, अंबिका, मालती, उर्मिला,, फूलचंद, कृष्णा समेत आदि लोगों की उपस्थिति व सहयोग रहा।