नये कैबिनेट विस्तार में सिद्धार्थनगर को मिल सकती है हिस्सेदारी
एस. दीक्षित
लखनऊ। अप्रैल के अंत तक यूपी सरकार के कैबनेट विस्तार में सिद्धार्थनगर को प्रतिनधित्व मिल सकता है। इस प्रकार की चर्चाएं यहां सियासी गलियारों में तैर रही हैं।
सूत्रों की मानें तो अखिलेश सरकार अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनावों के मद्देनजर अपने मंत्रिमंडल में हेरफेर और विस्तार पर मंथन कर रही है। यह विस्तार 15 अप्रैल से लेकर इस महीने अंत तक कभी भी संभव हो सकता है।
समाजवादी पार्टी कार्यलय के सूत्रों के मुताबक चुनाव को ध्यान में रख कर सपा सरकार जल्द ही अपने कुछ मंत्रियों के विभागों में फेरबदल कर उन्हें गतशील बनाने की तैयारी में है। इसके अलावा राजनीतक लाभ के लिए कुछ नये लोगों को मंत्री बनाने के लिए भी मंथन में लगी है।
बताया जाता है इस कवायद मंे सिद्धार्थनगर का नाम भी शामिल है। आम ख्याल है कि अगर सिद्धार्थनगर को इसमें स्थान मिला तो सदर विधायक या डुमरियागज के विधायक कमाल यूसुफ मलिक का नाम आ सकता है। तीसरी विधायक श्रीमती लाल मुन्नी सिंह महिला हैं। इसलिए उनका पक्ष कमजोर है।
वैसे सदर विधायक के मुकाबले कमाल यूसुफ का पलड़ा भारी हो सकता है। इसलिए कि सरकार में गोरखपुर, बस्ती और गोंडा मंडल के क्षेत्र से मुसलमानों का प्रतिनिधित्व कम है। सरकार को चुनाव में मुस्लिम चेहरों की सख्त जरूरत है। इसलिए कमाल यूसुफ सरकार की पहली प्राथमिकता हो सकते हैं।
अगर किसी वजह से दलित वर्ग का संतुलन बनाने की जरूरत पड़ी तो विकल्प में सदर विधायक विजय पासवान का नाम आगे बढ़ाया जा सकता है। वैसे अगर विस्तार हुुआ तो गणित कमाल यूसुफ के पक्ष में हो सकता हैं।
हांलांकि राधानी में सपा के किसी जिम्मेदार ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है, मगर अंदर खाने में चर्चाएं तो चल ही रही हैं। देखिए आगे चल कर उंट अपना करवट किस तरफ बदलता हैं।