आरती की लाश छत से लटकी हुई थी, बगल में चारों छोटे बच्चे बिलख रहे थे
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। जिले के शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र के बढ़नी लाला गांव में रविवार शाम विवाहिता की लाश संदिग्ध हालात में छत के कुंडे से लटकी पाई गई है। मृतका का नाम आरती है उसकी उम्र 35 वर्ष बताई गयी है। गौर तलब है कि एक तरफ कमरे में आरती की लाश लटक रही थी और बाहर उसके के चार बच्चे बैठे रो रहे थे। बाद में पुलिस की मौजूदगी में शव को नोचे उतारा गया फिर लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
बताते हैं कि क्षेत्र के बढ़नी लाला गांव निवासी हरिलाल भोजन बनाने का काम करता था। बकौल हरिलाल, वह रविवार को गांव में किसी के यहां भोजन बनाने गए थे। शाम को सात बजे घर पहुंचा और पत्नी आरती को आवाज लगाई तो जवाब नहीं मिला। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। बाहर बरामदे में पुत्री सावित्री (08), सुमित्रा (05), पवन (ढाई साल) और एक माह का प्रिंस बुरी तरह बिलख रहे थे। तब तक मौके पर गांव के लोग भी जुट गये और तरह तरह की कयास बाजियां लगाने लगे।
बताया जाता है कि बंद कमरे का दरवाजा तोड़ा गया तो देखा कि आरती की लाश छत के कुंडे से रस्सी के सहारे लटक रही थी। इसी दौरान किसी ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। कोटिया पुलिस चौकी इंचार्ज रमाकांत सरोज भी मौके पर पहुंच गये और ग्रामीणों की मदद से शव को नीचे उतरवाकर पंचनामा किया। इस संबंध में थानाध्यक्ष शोहरतगढ़ पंकज पांडेय ने बताया कि उन्होंने और फोरेंसिक टीम ने मौके की जांच की है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई जाएगी।
इस बारे में लोगों का कहना है कि चार बच्चों की माँ आरती ने अचानक फांसी लगा कर जान क्यों दी? गांव वालों का कहना है कि ऊपरी तौर पर पति पत्नी में कोई गहरा मतभेद भी नहीं था। घर गृहस्थी ठीक से चल रही थी। कुछ लोगों का दबी जुबान से यह भी कहना है कि हरिलाल अक्सर समारोहों में खाना बनाने जाता था।संभव है कि उसका कोई पेम प्रसंग रहा हो और यह बात उसकी पत्नी जान गई हो और उसने भवावेश में यह कदम उठा लिया हो। खैर सच्चाई तो पुलिस की जांच में ही सामने आ सकेगी।