सैलाब के खिलाफ विनय शंकर तिवारी की पहल, संवेदनशील स्थानों का ले रहे जायजा
एस.पी. श्रीवास्तव
गोरखपुर। नदियों के किनारे रहने वाले गांव हर साल सैलाब भोगने को अभिशप्त होते हैं। बाढ़ उन गांवों में हर साल आती है। मगर प्रशासन और सियासी लोग तभी जगते हैं जब सैकड़ों गांव पानी से घिर चुके होते है। मगर कुछ जनप्रतिनिधि ऐसे होते हैं जो वक्त से पहले जग कर आने वाले सैलाबी खतरे के मुकाबले की तैयारियां करते हैं। ऐसे सकारात्मक सोच रखने वाले जनप्रतिनिधियों में एक नाम चिल्लूपार के विधायक विनय शंकर तिवारी को नाम भी शामिल हो गया है।
गोरखपुर जिले के चिल्लूपार क्षेत्र से चुने गये विधायक विनय शंकर तिवारी इस समय अपने क्षेत्र के तटबंधों और सैलाब की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों का भ्रमण कर जायजा ले रहे हैं। इसके बाद वह बांधों के रेन कट भराने, कटान की दृष्टि से कमजोर प्वाइंठ का मजबूत बनाने के लिए सिंचाई विभाग से बातकर काम करायेंगे।
अभी अभी कुछ देर पहले चिल्लूपार विधायक द्धारा द्वारा सिंचाई विभाग बंधे पर अधिकारियों संग दौरा किया गया बंधे के निकट गांव ददरी में जब विधायक विनय शंकर पहुंचते हैं, तो वहां के हालात देख उन्हें काफी पीड़ा होती है क्योंकि इस गांव का विकास कई सालों से अछूता रह गया है।
ददरी गांव के ग्रामीणों ने जब विधायक को अपने सम्मुख देखा तो वे सैलाब के साथ अपनी बुनियादी समस्याएं यथा गांव में सड़क, पानी, स्वास्थ्य आदि की सुविधा बेहतर बनाने की बात कही। जिसपर विधायक ने क्रम अनुसार जल्द कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि हर गांव की बुनियादी समस्या खत्म करना उनकी नैतिक जिम्मेदारी है और यह उसे पूरा करने में जुटे हैं।
बता दें के घाघरा नदी सहित तमाम नदी नालों से घिरे इस क्षेत्र में सैलब का कहर हर साल टूटता है। जिम्ममदार लोग आग लगने पर कुआं खोदने की नीति पर अमल करते हैं। तब तक बहुत नुकसान हो चुका होता है। इस बार विधायक विनय शंकर की इस पहल से उम्मीद जगी है कि बाढग्रस्तक्षेत्रों में राहत और बचाव का काम बेहतर ढंग से हो सकेगा।