वन विभाग करा रहा जंगली लकड़ी की लूट, जांच के नाम पर करता है लीपा- पोती
शिव श्रीवास्तव
महाराजगंज। फरेन्दा रेंज के जंगल से चोरी की लकड़ी काटने व वन विभाग द्धारा जांच में लीपा पोती करने की तमाम कहांनियां यहां चर्चा में रहती है। यह काम लकड़ी मफिया और बन विभाग की मिली भगत से होता है। ऐसी ही एक घटना यहां चर्चा का विषय बनी हुई है।
खबर है कि कुछ लोगों ने डीएफओ को सूचना दिया कि जंगल की चोरी की लकड़ी फरेंदा कस्बे के एक आरा मशी पी रखी हुई है। डी एफ ओ गोरखपुर ने मामले कों फरेन्दा रेंज के रेंजर को मौके पर जाकर देखने को कहा । रेजर फरेन्दा मौके पर पहुंचकर घण्टों परिसर मे रखी चिरान की पैमाइश कराने के बाद चले गये। मगर अब तक किसी कारवाई की सूचना नहीं है।
उक्त कार्यवाही के बाबत रेंजर, डी एन पांडे ने पूछे जाने पर बताया कि मौके पर कोई भी अवैध व चोरी की लकड़ी नहीं पाई गई है। जबकि ग्रामीणों की सूचना है कि उक्त लकड़ी निर्दिष्ट जगह परदेखी गई है। उसके बावजूद वन विभाग के अधिकारी आंख मूंद कर बैठे हुए हैं और लगातार बन कटान जारी है। इसी तरह कुछ ही दिन पूर्व खुर्रमपुर बीट के वन दारोगा को बृजमनगंज कस्बे की एक आरा मशीन पर रंगे हाथों चिरान लकड़ी के साथ पकड़ा गया था, परंतु उनके खिलाफ भी कोई कार्यवाही नहीं की गई थी। केवल जांच बिठाकर उनका स्थान परिवर्तन कर दिया गया था।
जानकार बताते हैं कि इसी तरह के प्रकरण में आम ग्रामीणों को वन विभाग के अधिकारियों द्वारा तरह-तरह की प्रताड़ना के साथ विभिन्न धाराओं में अभियोग पंजी पंजीकृत करते हुए मुलजिम बना दिया जाता है। क्षेत्र के नागरिकों में आम धारणा बनती जा रही है वन विभाग के अधिकारी ही वन संपदा की जमकर लूट कर रहे हैं और विभाग के बड़े अधिकारी मौन हैं। कोई भी कार्यवाही नहीं हो रही है जिससे जनमानस में विभाग के प्रति गुस्सा भी बढ़ रहा है।