जोगियाःउपचुनाव में सपा की हार से खलबली, फूटा ‘लेटर बम’, एक बड़े नेता पर निशाना
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जोगिया ब्लाक के प्रमुख पद के लिए हुए उपचुनाव में सपा प्रत्याशी नयनमती की हार से पार्टी में खलबली मच गयी है। इस पराजय के लिए पार्टी के एक धडे़ ने सपा के एक बड़े नेता को जिम्मेदार ठहराते हुए सपा आला कमान को पत्र लिखकर जानकारी दे दी है। पराजित पक्ष का यह पत्र ‘लेटर बम’ के रूप में चर्चा का विषय बना हुआ है।
खबर है कि समाजवादी पार्टी के नेता व पूर्व प्रमुख रामचरित्र यादव व सुखई प्रसाद ने सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव, प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि पार्टी के एक बड़े नेता ने भाजपा के सजातीय प्रत्याशी की मदद की, जिसकी वजह से सपा प्रत्याशी की हार हुई।
इस पत्र के बाद सिद्धार्थनगर के सपाईयों में चर्चा शुरू हो गयी है। और लोग अपने अपने तरीके से इस चुनाव की समीक्षा करने में लग गये है। सपा वर्कर सवाल उठा रहे है। कि जोगिया के ब्लाक प्रमुख पद चुनाव में जो प्रत्याशी निर्विरोध जीती थी, उसकी मौत के बाद उसी की परिजन सपा प्रत्याशी हुई और मुकाबले में एक प्रत्याशी उतरी, जो जीत भी गई।
बता दें कि गत चुनाव में जोगिया से श्रीमती इन्द्रमती यादव प्रमुख बनी थीं। मगर कुछ दिनों बाद ही उनकी मौत हो गयी, और उप चुनाव में उन्हीं की देवरानी नयनमती सपा उम्मीदवार बनी। वर्तमान विजेता ऊषा त्रिपाठी तब चुनाव नहीं लड़ी थीं। कई गुस्साये कार्यकर्ता सवाल उठा रहे हैं कि उपचुनाव में कौन सी स्थितियां बनीं कि ऊषा त्रिपाठी चुनाव ही नहीं लड़ीं, वरन जीत भी गयीं।
सूत्रों का कहना है कि पार्टी के एक बड़े नेता के संरक्षणवादी नीति के चलते ही सपा की दुर्गति हुई है। अगर उनके मनमानापन पर अंकुश न लगा तो आगामी विधान सभा चुनाव में भी हालात बिगड़ सकते है।