रिश्वत लेते गिरफ्तार किये गये लिपिक के पास है करोड़ों का काला धन, जेल भेजा गया
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। मुआवजा भुगतान के नाम पर रिश्वत लेते कल शाम रंगे हाथ पकड़े गये लिपिक चिंता बाबू की जांच हो तो उसके पास रिश्वत से कमाया गया करोड़ों का काला धन मिलेगा। सिद्धार्थनगर के भूअध्यापित विभाग का लिपिक फिलहाल जेल भेज दिया गया है।
एसएलओ विभाग में अहलमद (लिपिक) के पद पर चिंता जिला बनने के बाद से ही डटा था। चिंता के बारे में यह चर्चा आम थी कि वह बिना रिश्वत के कोई फाइल आगे नहीं बढ़ाता है। यहां तक की वह मीडिया कर्मियों के भुगतान में भी रिश्वत की मांग करता था। जिसकी शिकायत होने पर उसने मीडिया कर्मियों को बख्श रखा था।
बताया जाता है कि उसके पास सिद्धार्थनगर से गोरखपुर तक कई मकान और बैनामी संपत्तियां हैं। कुछ लोग यहां तक बताते हैं उसने अपनी एक महिला मित्र को भी एक मकान खरीद कर दे रखा है। उसे सिद्धार्थनगर के लिपिक संबन्ध में सबसे अमीर बाबू माना जाता है। सरकारी सूत्र बताते हैं कि अगर जांच हो जाये तो उसके पास काला धन का बड़ा जखीरा मिलेगा।
बता दें कि कल कलेक्ट्रेट के बाहर चाय की दुकान पर चिंता बाबू को दस हजार की रिश्वत लेते बिजिलेंस की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। उसने मोहाना थाना के दुल्हा सुमाली निवासी शोएब अहमद के परिजनो से जमीन का मुआवजा देने के नाम पर रिश्वत मांगा था।
शोएब के अनुसार उसे 12 लाख मुआवजा मिलना था। जिसका भुगतान करने के लिए चिंता बाबू 1 लाख 20 हजार रुपये कमिशन मांग रहा था। जिसमें 10 हजार की पहली किस्त देकर ट्रेजरी में बिल पेश कराना था। शेष रकम चेक बनने के बाद दी जानी थी।
जिस पर शोएब ने चलाकी से काम लेते हुए बिजिलेंस में शिकायत की नतीजे में टीम ने कल चार बजे के आस पास रिश्वत लेते चिंता को गिरफ्तार कर लिया।