कौमी एकता की प्रतीक है रसूल मुहम्मद द्धारा आयोजित रामलीला
प्रभु यदुवंशी
सिद्धार्थनगर। बढ़ते हुए साम्प्रदायिक माहौल में जिले के जोगिया ब्लाक के ग्राम कोयड़ा में हो रही रामलीला कौमी एकता का प्रतीक बनी हुई है। यह रामलीला इस मायने में खास है कि इसका आयोजन गांव के ही एक मुस्लिम व्यक्ति रसूल मोहम्मद अपने संसाधन से करवा रहे है। इसे देखने दूर दूर से लोग आ रहे हैं।
इस रामलीला की चर्चा दूर दूर तक है। इस बारे में खुद रसूल मोहम्मद का कहना है कि अगर दोनों समुदायों के लोग अगर एक दूसरे के पर्वों और धर्मों का सम्मान करने पर इमल करें तो देशसे नफरत कामाहौल मिट सकता है। हमने कौमी एकता को बढ़ावा देने के लिए रामलीला का आयोजन किया है। लोगों को भी इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन के लिए आगे आना चाहए।
रसूल मोहम्मद द्धारा आयोजित इस रामलीला का उद्घाटन ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि कौशलेन्द्र त्रिपाठी द्वारा फीता काटकर किया गया। रामलीला को देखने पहुंचे आस पास के गांव के लोगों को संबोधित करते हुए त्रिपाठी ने कहा कि रसूल मोहम्मद जी द्वारा आयोजित ये रामलीला गंगा जमुनी तहजीब का बेजोड़ उदाहरण है। ऐसे कार्यक्रम समाज पर अनीति अधर्म के बढ़ते अतिक्रमण को प्रभावहीन करने का कार्य करते हैं।
उन्होंने कहा कि समाज के व्यक्ति के बिगड़े स्वरूप को राम जी के आदर्शो पर चलकर उनके चरित्र को अपना कर आसानी से सुधारा जा सकता है । ऐसे कार्यक्रम का आयोजन करवाने के लिए रसूल मोहम्मद जी बधाई के पात्र है । इस कार्यक्रम में रमजान अली , रंगी लाल , रईस मोहम्मद, ओम प्रकाश जैसवाल, प्रदीप कुमार, प्रभु यादव, लवकुश यादव, परशुराम यादव की उपस्थिति उल्लेकजनीय रही ।