आला अफ़सरों पर लाल-पीले हुए कमिश्नर पीके सिंह
“समीझा बैठक में बस्ती से आए कमिश्नर पीके सिंह ने सिद्धार्थनगर ज़िले के आला अफसरों को कड़ी फटकार लगाई है। उन्होंने अधूरे कामों को पूरा करवाने की आख़िरी समयसीमा दिसम्बर तय की है। पीके सिंह ने कहा है कि ऐसा न करने वालों अफसरों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।”
बैठक में सबसे पहले उन अफ़सरों को कमिश्नर के गुस्से का शिकार होना पड़ा जिनकी देखरेख में एजेंसिया निर्माण कार्य करवा रही हैं। कमिश्नर ने इन अफ़सरों के लिए दिसम्बर तक की डेडलाइन मुकर्रर की है। इसी तरह कर एवं करेत्तर वसूली की स्पीड पर आयुक्त ने गहरी नाराजगी जतायी।
इसके अलावा आयुक्त ने लोहिया गांवों में सुलभ शौचालय निर्माण के लिए आई राशि को लाभार्थियों के खाते में जल्दी से जल्दी भेजने का निर्देश दिया। जिला प्रशासन की तरफ से पेश की गई प्रगाति रिपोर्ट में ऐसे कई प्वाइंट मिले जिनपर कमिश्नर से ख़ासी नाराज़गी दिखाई। कमिश्नर ने कहा कि अब कोई भी अफसर बिना इजाज़त के मुख्यालय नहीं छोड़ेगा। कमिश्नर ने बैठक से गायब अफसरों से स्पष्टीकरण तलब करने का भी निर्देश दिया। कुल जमा बात इतनी है कि कमिश्नर पीके सिंह सिद्धार्थनगर में चल रहे विकास कार्यों ने बेहद ख़फ़ा हैं। इसीलिए आला अफ़सरों पर लाल-पीले हो रहे थे।