गुलामनबी आजाद की आलोचना करने वाले कांग्रेसी गैरजिम्मेदार व चाटुकार- नर्वदेश्वर शुक्ल
प्रियंका गांधी को नई और महत्वपूर्ण भूमिका दिए जाने की बताया जरूरत, बोले प्रियंका गांधी को भी मौकापरस्तों से दूर रहना होगा
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर।पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ नेता गुलामनबी आजाद के कांगेस छोड़ने को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कांग्रेस के दर्जा प्राप्त मंत्री व एआईसीसी के सदस्य रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता नर्वदेश्वर शुक्ल ने कांग्रेस नेताओं की निंदा की है जो गुलामनबी आजाद पर ओछी टिप्पणियां कर कांग्रेस आलाकमान की नजरों में स्वयं को वफादार साबित करने का जुगाड़ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के इस बुरे दौर में लोगों की एक मात्र आशा प्रियंका गांधी पर टिकी है, इसलिए उन्को काम करने के लिए फ्री हैंड देना चाहिए। ऐसे में प्रियंका गांधी को भी चाटुकार मंउली से दूर रहना होगा।
आज यहां जारी एक बयान में पूर्वमंत्री श्री शुक्ल ने कहा है कि वे स्वयं कांग्रेस पार्टी में रहें और कांग्रेस छोड़ने की बात कभी सोच भी नहीं सकते, लेकिन गुलाम नबी आजाद बिना सेचे समणे इतना बड़ालनर्णय लेलिया, जो बेशक बहत दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके बावजूद बिना जनाधार वाले कतिपय रीढ़विहीन कांग्रेस नेताओं द्धारा लगभग चार दशक तक पार्टो सेवाएं देने वाले गुलामनबी आजाद परनितांत भद्दीटिप्पणियां करना उससे भी दुखद है।
कांग्रेस नेता शुक्ल ने कहा कि पार्टी आलाकमान के इर्दगिर्द जमा नये लोग कांग्रेस की परम्परा तक नहीं जानते। गुलाम नबी आजाद पार्टी के दिग्गज नेता रहे हैं। बुरेदिनों में भीउन्होंने कांगेस का साथ नहीं छोड़ा। माना कि इधर पार्टी में नई पीढ़ी को आगे बढ़ाने क कशिश चल रही है परन्तु इसका अर्थ यह नहीं कि पुराने नेताओं को सम्मान तक देना बंद करदिया जाए। कांग्रेस में तेजी से पनपा यह अवगुण ही पुराने लोगों को पार्टी छोड़ने पर विवश कर रहा है।
नर्वदेश्वर शुक्ल ने कहाकि यद्यपि वहकिसी भी पुराने नेता द्धारा पार्टी छोड़ने के खिलाफ हैं फिर भी जब पार्टी कार्यालय में जाने पर उन्हें सम्मान की जगह अपमान भी मिलेगा तो कोई भी भवावेश में आकर ऐसा फेसला कर सकता है। इसलिए आलाकमान को चाहिए कि वह वरिष्ठ नेताओं के सम्मान के लिए नई पीढ़ी के कांग्रसियों को हिदायत दे अन्यथा फिर इसका नतीजा भुगतने केलिए तैयार रहे। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि प्रियंका गांधी को बड़ी जिम्मेउरी देकर उन्हें फ्रीहैंड काम करने का मौका भी दिया जाए।